मरवाही सदन में पूर्व सीएम अजीत व अमित जोगी कई दिनों से कर रहे थे घरेलु नौकर को प्रताड़ित

0
352

बिलासपुर. मरवाही सदन में पूर्व मुख्य मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनका बेटा घरेलु नौकर संतोष कौशिक को पिछले कई दिनों से चोरी का आरोप लगाकर प्रताडि़त कर रहे थे। 16 जनवरी को मृतका संतोष के बड़े भाई कृष्णा ने पुलिस के समक्ष खुलासा करते हुए पुरानी कहानी बयां की। वहीं एफआईआर के बाद पुलिस अब मृतक के परिजनों का बयान दर्ज करने की तैयारी कर रही है।

जानकारी के अनुसार कोनरी अंतर्गत ग्राम रमतला निवासी संतोष कौशिक उर्फ मनुवा पिता पुसउ मरवाही सदन में पिछले 5 वर्षों से कार्यरत था। उसने चोरी के आरोपों और प्रताडऩा से तंग आकर फांसी लगा ली थी। फांसी लगाने से पहले उसने पत्नी कविता को मोबाइल पर कॉल कर चोरी के आरोप लगाए जाने से प्रताडि़त होने की जानकारी दी थी। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम किया था। 16 जनवरी को मृतक के भाई कृष्ण कुमार कौशिक ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने पूर्व मुख्य मंत्री अजीत जोगी व उसके बेटे द्वारा पिछले कई दिनों से मृतक संतोष पर चोरी का आरोप लगाते हुए प्रताडि़त करने का खुलासा किया। अजीत व अमित जोगी के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की।

बडेे भाई को संतोष ने 10 जनवरी को बताई थी प्रताडि़त किए जाने की कहानी
कृष्ण कुमार ने पुलिस को बताया कि उसका भाई संतोष 10 जनवरी को ग्राम रमतला आया था। उसने बताया था कि अजीत जोगी के घर चोरी हुई थी। अजीत व उसका बेटा अमित जोगी उसपर चोरी के आरोप लगा रहे हैं। दोनों उस पर चोरी का सामान लाकर देने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं। सामान लाकर नहीं देने पर उसे कर्मचारियों से पिटवाने और हाथ पैर तोड़वाने की धमकी दी। चोरी का आरोप लगाकर उसे लगातार प्रताडि़त किया जा रहा है। साथ ही मरवाही सदन के अन्य कर्मचारियों से उसे पिटावाया जा रहा है। इसी बीच उसके मोबाइल पर मरवाही सदन से कर्मचारियों ने कॉल कर बंगला पहुंचने को कहा। फोन आते ही संतोष मरवाही सदन चला गया था। 15 जनवरी को उसने अपनी पत्नी कविता के मोबाइल पर कॉल कर रोते हुए प्रताडि़त किए जाने की बात कही थी।

दूसरा दिन, नहीं की जांच

15 जनवरी को देर रात पूर्व सीएम अजीत जोगी व उसके बेटे अमित के खिलाफ पुलिस ने धारा 306, 34 के तहत अपराध दर्ज करने के बाद 16 जनवरी को जांच नहीं की। सूत्रों के अनुसार पुलिस मृतक संतोष अंतिम संस्कार और अन्य कार्यक्रम होने के बाद जांच शुरू करेगी।

परिजनों के बयान होंगे पहले दर्ज
मरवाही सदन में खुदकुशी के मामले में अपराध दर्ज किया गया है। मामले में मृतक संतोष के परिजनों के बयान पहले दर्ज होंगे। इसके बाद मरवाही सदन के कर्मचारियों और बाद में आरोपियों के बयान दर्ज किए जाएंगे।