नई दिल्ली: टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ (India vs New Zealand) हैमिल्टन वनडे में 348 रन का बड़ा टारगेट भी नहीं बचा सकी. इस मैच में रॉस टेलर (Ross Taylor) ने न्यूजीलैंड के लिए शानदार शतकीय पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाकर ही वापस लौटे. लेकिन टेलर को इस पारी में कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने उन्हें जीवन दान मिला था.
इस मैच में 348 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की टीम ने शुरू में संभल कर ही बल्लेबाजी की थी. मार्टिन गप्टिल और हेनरी निकोल्स ने शुरू से ही विकेट बचाने पर ज्यादा ध्यान दिया और पहले 10 ओवर में 54 रन बनाए थे. टीम के 20वें ओवर में 100 रन जब हुए थे तब टेलर बैटिंग करने आए थे. उस समय मैच किसी तरफ नहीं झुका था.
23वें ओवर तक निकोल्स और टेलर रन गति बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वे ज्यादा रिस्क भी नहीं ले रहे थे. इस ओवर में गेंद रवींद्र जडेजा के हाथ में थी. पहली दो गेंद डॉट बॉल खेलने के बाद टेलर रन निकालने के लिए बेचैन थे. तीसरी गेंद पर टेलर ने एक तेज स्वीप लगाने की कोशिश की.
टेलर का स्वीप सटीक नहीं था टॉप एज पर गेंद लगकर बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर खड़े कुलदीप यादव के पीछे की ओर गई. कुलदीप तेजी से पीछे की ओर दौड़े, गेंद उनके हाथ में भी आई, लेकिन वे इस मुश्किल कैच को पूरा नहीं कर सके. कुलदीप सहित पूरी टीम इंडिया में निराशा छा गई.
अगर कुलदीप यादव उस कैच को लपक लेते तो शायद मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था. टेलर ने पहले निकोल्स के साथ 62 और फिर कप्तान लाथम के साथ 138 रन की साझेदारी की और अंत तक टिके भी रहकर टीम को जीत दिलाकर ही पवेलियन वापस लौटे.
तीन मैचों की सीरीज में न्यूजीलैंड अब 1-0 से आगे हो गई है. सीरीज का अगला मैच शनिवार 8 फरवरी को ऑकलैंड और आखिरी मैच 11 तारीख को माउंट मोउनगुई में होगा.