नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को बहस की चुनौती देने के एक दिन बाद गुरुवार को कहा कि वह विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम विरोधी धरनास्थल शाहीन बाग पर भी बहस को तैयार हैं. पूर्व भाजपा प्रमुख ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान इस मुद्दे को दो बार उठाया है.
मीडिया से बातचीत में केजरीवाल ने कहा कि लोकतंत्र में बहस महत्वपूर्ण है और लोग अपने सवालों के जवाब चाहते हैं. केजरीवाल ने कहा कि लोगों के सवालों से बच निकलना हमेशा उचित नहीं होता है.
केजरीवाल ने कहा, “मैंने शाह को बहस के लिए चुनौती दी. मैं यह कहना चाहता हूं कि मैं किसी भी विषय पर बहस के लिए तैयार हूं. वह ‘शाहीन बाग, शाहीन बाग, शाहीन बाग’ कह रहे हैं, मैं इस पर बहस के लिए भी तैयार हूं. लेकिन वह सार्वजनिक बहस के लिए तैयार नहीं हैं, यह बहुत दुखद है.”
उन्होंने भगवद्गीता का भी जिक्र किया और कहा कि हिंदू धर्मग्रंथ भी कहते हैं कि सच्चा हिंदू कभी युद्ध के मैदान से नहीं भागेगा.