हमारे शरीर में सभी न्यूट्रीएंट्स की मात्रा सही होनी चाहिए तभी हम अपने आपको स्वस्थ रख सकते हैं। उन्हीं में से एक है विटामिन-ए जो हमारी सेहत को स्वस्थ रखने में काफी अहम भूमिका निभाता है। विटामिन ए त्वचा, हड्डियों और शरीर के दूसरी कोशिकाओं को मजबूत करने का काम करता है।
विटामिन हमारे शरीर के सभी अंगों को सुचारू रूप में चलाने में मदद करता है। हालांकि यह हमारे भोजन में विभिन्न रूपों में पर्याप्त रूप से रहता है, लेकिन अगर इसकी कमी भी हो तो इसकी पूर्ति के लिए प्राकृतिक स्रोतों का ही लाभ उठाना चाहिए।
इसके साथ ही ये हमारे इम्यून सिस्टम को भी बेहतर बनाने और दिल, फेफड़ो, किडनी के साथ ही शरीर के दूसरे जरूरी हिस्सों का भी ख्याल रखता है। अगर शरीर में विटामिन ए की कमी देखने को मिलती है तो इससे शरीर में कई समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं।
विटामिन ए के प्रकार
विटामिन ए मुख्य रूप से दो प्रकार में पाया जाता है। एक एक्टिव विटामिन ए और दूसरा बीटा कैरोटेने के रूप में। आपको बता दें कि एक्टिव विटामिन ए को रेटिनॉल भी कहा जाता है। दूसरा विटामिन ‘प्रो विटामिन ए’ जो फलों और सब्जियों में पाया जाता है। जिसे ‘कैरोटिनॉइड’ के नाम से जाना जाता है।
विटामिन ए के इस्तेमाल
अच्छी सेहत के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण विटामिन है। यह आंखों की रौशनी को तेज कर के उसकी मासपेशियों को मजबूत बनाता है। यह भ्रूण की नार्मल ग्रोथ और डेवलेप्मेंट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। त्वचा के लिए स्वास्थ्यवर्धक होता है। रक्त में कैल्सियम का स्तर बनाए रखने और हडिडयों के संवर्द्ध के लिए आवश्यक है। हडिडयों, दांत, और ऊतकों के रख-रखाव के लिए आवश्यक है। ऊर्जा पैदा करने के लिए सभी कोशिकाओं को इसकी जरुरत पडती है।
विटामिन ए की कमी
विटामिन ए की कमी से आप अपनी आंखों की रोशनी को भी खो सकतेह हैं। इसके साथ ही आपकी आंखों में सूखापन, रूखे बाल, सूखी त्वचा, बार-बार सर्दी-जुकाम, थकान, कमजोरी, नींद न आना, निमोनिया और वजन में कमी होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन सभी चीजों से दूर रहने के लिए आपको उन चीजों का सेवन करना बहुत जरूरी होता है जो विटामिन ए की कमी को पूरा करते हैं।
कितनी मात्रा में लें विटामिन ए
आप सभी जानते हैं किसी भी चीज का ज्यादा सेवन करना कई बार हमारे लिए नुकसानदायक हो जाता है। इसलिए कोई भी पोषक तत्व लेते समय आपको इस बात का ध्यान रखना होता है कि उसकी उचित मात्रा का ही सेवन करें। इसी तरह जब आप विटामिन ए की ज्यादा मात्रा का सेवन करते हैं तो इससे भी कई तरह की परेशानी खड़ी हो सकती है। जैसे सिर में दर्द रहना, आंखों की रोशनी में बदलाव, बार-बार थकावट का महसूस होना, दस्त होना, बालों का झड़ना, त्वचा पर प्रभाव पड़ता है, हड्डी और जोड़ों में दर्द आदि।
विटामिन ए स्रोत
चुकंदर, साग, ब्रोकली, साबुत अनाज, पनीर, गिरीदार फल, बटर, गाजर, मिर्च, डेयरी प्रोडक्ट, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडा, बींस, राजमा, मीट, आम, सरसों, पपीता, धनिया, चीकू, मटर, कद्दू, लाल मिर्च, सी फूड, शलजम, टमाटर, शकरकंद, तरबूत, मकई के दाने, पीले या नारंगी रंग के फल, कॉड लीवर ऑयल आदि।
अत्याधिक विटामिन ए लेने से शरीर पर अनेक दुर्प्रभाव हो सकते हैं जैसे कि सिरदर्द, देखने में दिक्कत, थकावट, दस्त, बाल गिरना, स्किन खराब हो जाना, हड्डी और जोडों में दर्द आदि की समस्या हो सकती है।