Madhya Pradesh में पॉलिटिकल ड्रामा जारी है। अब तक कांग्रेस के महाराज रहे Jyotiraditya Scindia ने जैसे ही भाजपा का दामन थामा, Kamal Nath सरकार डोल गई। Jyotiraditya Scindia समर्थक 22 विधायकों के इस्तीफों के बाद साफ हो गया कि Kamal Nath अब चंद दिनों के सीएम हैं। ताजा स्थिति यह है कि कांग्रेस सरकार बचाने में जुटी है तो भाजपा विधानसभा में होने वाले शक्ति परीक्षण का इंतजार कर रही है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 19 विधायकों से बात करने के लिए बेंगलुरु गए कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह यादव नाकाम होकर लौट आए।
मंत्री जीतू पटवारी ने वापस आकर कहा कि बेंगलुरु में सभी विधायकों को बंदी बनाकर रखा गया है, जबकि बेंगलुरु स्थित बदनावर विधायक दत्तीगांव ने दावा किया कि कमलनाथ सरकार का जाना तय है।
दत्तीगांव ने न्यूज चैनलों को दिए बयान में यह कहकर स्थिति स्पष्ट कर दी है कि सभी 22 विधायक व मंत्री हर परिस्थिति में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही रहेंगे। उन्होंने विपदा में साथ दिया है।