मुंबई । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि यदि लोगों ने अत्यावश्यक कार्य के बिना भी बाहर निकलना जारी रखा, तो सरकार मजबूरन लोकल ट्रेन एवं बेस्ट की बसें बंद करने पर बाध्य होगी। फिलहाल सार्वजनिक परिवहन सेवाएं एवं सरकारी कार्यालय खुले रखने का निर्णय किया गया है।
कोरोना वायरस से देश में तीसरी एवं महाराष्ट्र में पहली मौत
कोविड-19 (कोरोना वायरस) ने मंगलवार को देश में तीसरी एवं महाराष्ट्र में पहली बलि ली। घाटकोपर उपनगर निवासी 63 वर्षीय एक कोरोना पीड़ित की कस्तूरबा गांधी अस्पताल में मंगलवार सुबह मृत्यु हो गई।
ठाकरे ने कहा- सिर्फ अत्यावश्यक कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलें
मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद प्रेस से बात करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने साफ कहा कि अभी न तो सरकारी कार्यालय बंद करने का निर्णय हुआ है, न ही लोकल ट्रेन एवं बसें, लेकिन मैं लोगों से आह्वान करता हूँ कि सिर्फ अत्यावश्यक कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलें और सार्वजनिक परिवहन साधनों का उपयोग करें। क्योंकि इन साधनों पर पड़नेवाला भार कम किया जा सके।
लोकल ट्रेन एवं बसों को रोकना नहीं चाहती है सरकार: सीएम
चूंकि इनका उपयोग बहुत से गरीब लोग भी करते हैं, इसलिए सरकार इन्हें रोकना नहीं चाहती। वह कठोर कदम उठाने से बचना चाहती है। लेकिन यदि इन साधनों में भीड़भाड़ कम न हुई, तो इन्हें भी रोकने का फैसला सरकार को करना पड़ सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले 15 दिन का समय अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। इस दौरान स्वनियंत्रण की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा- महाराष्ट्र में 26 पुरुष एवं 14 महिलाएं कोरोना से पीड़ित हैं
उद्धव ठाकरे ने बताया कि फिलहाल राज्य में 26 पुरुष एवं 14 महिलाएं कोरोना से पीड़ित हैं। इनमें से सिर्फ एक की हालत गंभीर है, बाकी की स्थिर है, और उनका इलाज चल रहा है। इसलिए लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन इस संक्रामक रोग का और ज्यादा प्रसार न हो, इसके लिए जरूरी है कि लोग अपने आप घरों से बाहर निकलने से बचें।
निजी क्षेत्र की कंपनियों को 50 फीसद स्टाफ के साथ काम करने के निर्देश
निजी क्षेत्र की कंपनियों को 50 फीसद स्टाफ के साथ काम करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। दुकानें भी अत्यावश्यक वस्तुओं की ही खोली जानी चाहिएं। आभूषण एवं कपड़ों जैसी दुकानें बंद रखी जानी चाहिएं। सरकारी कार्यालयों में भी न्यूनतम स्टाफ से काम चलाने की नीति पर विचार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा- सबके सहयोग से ही इस बीमारी से लड़ा जा सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबके सहयोग से ही इस बीमारी से लड़ा जा सकता है। जिन मंदिरों ने श्रद्धालुओं के लिए दर्शन बंद रखने का निर्णय किया है, उनके प्रति आभार व्यक्त करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा सभी धार्मिक संस्थानों एवं धर्मगुरुओं को इस अवसर पर जागरुकता फैलाने में मदद करनी चाहिए।
दुबई से 5 मार्च को लौटा था कोरोना से मरने वाला व्यक्ति
मुंबई में कोरोना से मरने वाला 63 वर्षीय व्यक्ति 5 मार्च को दुबई से लौटा था। वहां से लौटने के करीब एक सप्ताह बाद उसमें कोविड-19 संक्रमण के लक्षण पाए गए थे। शुरुआत में हिंदूजा अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी उसने अपनी विदेश यात्रा की जानकारी नहीं दी थी। कोरोना पीड़ित होने की जानकारी मिलने के बाद उसे कस्तूरबा गांधी अस्पताल के क्वारेंटाइन वार्ड में लाया गया। उसकी पत्नी और पुत्र में भी कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं। उनका भी इलाज चल रहा है। यह पूरा परिवार दुबई गए एक पर्यटन समूह का हिस्सा था। जब तक इस परिवार के कोरोना पीड़ित होने का पता चला, तब तक ये सभी लोग अस्पताल एवं अपने जान-पहचान के करीब 80 लोगों के संपर्क में आ चुके थे। फिलहाल उन सभी को एकांतवास में रखा जा रहा है।
लोगों को घरों में क्वारेंटाइन करके रखा गया, होटलों में क्वारेंटाइन वार्ड शुरू
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के अनुसार मुंबई एवं मुंबई उपनगर में 1000 से अधिक लोगों को घरों में क्वारेंटाइन करके रखा गया है। महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस विमानतल के नजदीक ही कुछ होटलों में गेस्टहाउस को भी किराए पर लेकर वहां क्वारेंटाइन वार्ड शुरू कर दिए हैं। इनमें कुछ पांच एवं तीन सितारा होटल भी शामिल हैं।