नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस संकट से प्रभावित गरीब लोगों के लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की सरकार की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे सही दिशा में उठाया गया पहला कदम बताया है। गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि सरकार की ओर से वित्तीय पैकेज की घोषणा सही दिशा में पहला कदम है। भारत पर उसके किसानों, दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों, महिलाओं और बुजुर्गो का कर्ज है, जिन्हें मौजूदा लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन से होने वाली परेशानियों को देखते हुए कांग्रेस आर्थिक पैकेज की मांग करती रही है। इस बीच, कांग्रेस ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वे जमीन पर उतरें और जरूरतमंद लोगों को खाद्य वस्तुओं के पैकेट और जरूरी दवाएं वितरित करें। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों, विधायक दल के नेताओं और सांसदों को पत्र लिखकर यह भी कहा है कि संकट के इस समय में वे लोगों की हरसंभव मदद करें।
इस पत्र में वेणुगोपाल ने कहा है कि इस निर्णायक समय में लोगों तक जरूरी वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटियों से आग्रह किया जाता है कि वे अपने राज्यों में प्रदेश स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक जरूरतमंद लोगों को खाने-पीने की वस्तुओं के पैकेट और जरूरी दवाएं वितरित करें।
बता दें कि कोरोना वायरस से सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 1.70 लाख करोड़ के स्पेशल पैकेज का ऐलान किया है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि गरीबों के लिए खाने का प्रबंध किया जाएगा। इसके अलावा डीबीटी के जरिए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर भी किए जाएंगे। सरकार ने जो बड़ा ऐलान किया है, उसमें 3 महीनों तक इम्प्लॉई और इम्प्लॉयर दोनों के हिस्से का योगदान सरकार करेगी। यह वहां लागू होगा जहां 100 से कम कर्मचारी हैं और 90 फीसदी 15 हजार से कम वेतन पाते हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि जो लोग कोरोना की लड़ाई में साथ दे रहे हैं उनके लिए 50 लाख का इंश्योरेंस कवर सरकार देगी। इनमें आशा वर्कर्स और डॉक्टर आशा वर्कर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टॉफ शामिल हैं। इससे 20 लाख मेडिकल कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को मुख्य रूप से दो हिस्सों में बांटा गया है। पहला-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ गरीब लोगों को कवर किया जाएगा। इस योजना के तहत अगले तीन महीने तक पांच किलो चावल/गेहूं मुफ्त में दिया जाएगा। इसके अलावा एक किलो दाल हर परिवार को मुफ्त में मिलेगा।