लॉकडाउन के दौरान पुलिस जहां कानून व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रही है। वहीं कर्तव्यों के साथ-साथ कुछ स्थानों पर मानवीय पहलुओं पर भी बेहतर काम कर रही है। ऐसा ही एक मामला महासमुंद जिले के सरायपाली में प्रकाश में आया है। पुलिस ने बुधवार को एक प्रसव पीड़िता की मदद कर उसके प्रसव में सहायक बनी। लॉकडाउन के दौरान जब महिला के पास न ही कोई साधन था और ना ही कोई वैकल्पिक सुविधाएं तब पुलिस की मदद से उसका प्रसव कराया गया। प्रसव पीड़ा से बिलख रही महिला को सरायपाली की महिला टीआई ने न केवल अस्पताल पहुंचाया बल्कि प्रसव की समुचित व्यवस्था करने अस्पताल प्रबंध से आग्रह भी की ।
एक घंटे में नहीं पहुंची संजीवनी-108
मिली जानकारी के अनुसार प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला के परिजनों ने महतारी एक्सप्रेस और संजीवनी एक्सप्रेस 108 से मदद के लिए फरियाद की। समय पर महिला को मदद नहीं मिली। ऐसे में सरायपाली पुलिस महिला के एक फोन पर 10 मिनट के भीतर गांव पहुंची और उसे अपने साथ लेकर सरायपाली अस्पताल में भर्ती कराई। जहां उसने एक स्वस्थ्य बेटे को जन्म दिया। जहां जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वास्थ्य हैं। पुलिस की इस कार्यशैली को देखते हुए महिला और उसके परिजन, पुलिस की तारीफ कर रहे हैं।
महिला टीआई ने समझा प्रसव पीड़िता का दर्द
सरायपाली थाना प्रभारी मल्लिका बैनर्जी ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे सरायपाली से 20 किलोमीटर दूर सारंगढ़ बॉर्डर क्षेत्र के सुदूर ग्राम नवागढ़ में रहने वाली महिला माधवी चौहान पति मनोहर चौहान को प्रसव पीड़ा हो रही थी। माधवी ने पहले मोबाइल के जरिए 108 से मदद मांगी, लेकिन काफी समय तक 108 की टीम गांव नहीं पहुंची. बढ़ते प्रसव पीड़ा को देखते हुए माधवी ने करीब 11 बजे सरायपाली थाना में कॉल किया और बताया कि लॉकडाउन होने की वजह से वह प्रसव पीड़ा में अस्पताल नहीं पहुंच पा रही है और ना ही 108 की मदद मिल रही है।
डायल-112 की टीम से मिली मदद
सूचना पर गस्त में निकली थाना प्रभारी मल्लिका तिवारी अपनी टीम और डायल 112 के साथ परिस्थितियों को समझते हुए बिना देर किए 10 मिनट के भीतर सुदूर क्षेत्र नवागढ़ पहुंची और महिला को 112 की मदद से अपने साथ लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायपाली अस्पताल पहुंचाई। जहां डॉक्टरों ने समय पर महिला का इलाज शुरू किया और दो घंटे के भीतर महिला की नार्मल डिलेवरी हो गई। महिला ने एक स्वस्थ्य पुत्र को जन्म दिया जिसे देखकर परिजन और पुलिस के अधिकारी कर्मचारी भी खुश हुए।