भोपाल। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। राज्य में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस इन उप-चुनाव के जरिए सत्ता में वापसी का सपना संजोए हुए है। उधर मतदाताओं को लुभाने के लिए सीएम चौहान भी बड़े-बड़े एलान कर रहे हैं। अब एक बार फिर गुरुवार को कमलनाथ ने सीएम चौहान पर हमला बोला और उन्हें झूठा करार दिया। उन्होंने कहा, ‘मैंने सोचा था कि 15 साल झूठ बोलने के बाद शिवराज जी ने सबक ले लिया होगा, जब 2018 चुनाव में प्रदेश की जनता ने उन्हें घर बैठाया परन्तु वे बाज नहीं आने वाले…..रोज 3 झूठ बोलते हैं।’ इस दौरान उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा संबल योजना में फर्जी लोगों को हटाया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के संबल योजना को लेकर कहे गए झूठ पर पलटवार करते हुए कहा कि शिवराज जी हमने कभी गरीबों की संबल योजना बन नहीं की, हमने तो सिर्फ आपकी सरकार में इस योजना में गरीबों के नाम पर किया गया फर्जीवाड़ा बंद किया।
कमलनाथ ने आगे कहा कि ये करेंगे 2 हजार लोगों का फायदा और कहेंगे की हमने 20 लाख लोगों का फायदा कर दिया। ये झूठ की राजनीति बहुत हो गई। आने वाले उपचुनाव में मध्य प्रदेश की जनता सच्चाई का साथ देगी, मतदाता बहुत समझदार हैं।
बता दें कि कांग्रेस ने ठीक 2018 के मप्र विधानसभा चुनाव की तर्ज पर उपचुनाव के लिए भी चक्रव्यूह रुचना शुरू कर दी है। इस बार भी तोड़ निकालने के बजाय भाजपा सरकार इसमें फंसती नजर आ रही है। भाजपा सरकार की मुश्किल यह है कि वह मनोवैज्ञानिक दबाव में तात्कालिक निर्णय कर बैठती है। वहीं हवा का रुख मोड़ने के लिए उपलब्धियों को सामने रखने में चूक जाती है। किसान कर्जमाफी और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) को 27 फीसद आरक्षण सहित कोरोनाकाल की मुश्किलों को लेकर कांग्रेस लगातार उसे घेर रही है।