भिलाई. लगभग सवा साल बाद आखिर भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष तुलसी साहू ने अपनी कार्यकारिणी की घोषणा कर दी। अध्यक्ष सहित 251 लोगों की इस जंबो कार्यकारिणी में ज्यादातर युवाओं को तरजीह दी गई है। यंू कहें कि अब भिलाई कांग्रेस का नेतृत्व पूरी तरह युवा हाथों में रहेगा। जून में भिलाई और रिसाली नगर निगम चुनाव की संभावना को देखते हुए तुलसी ने सबको साधने के लिए रेवड़ी की तरह पद बांटे हैं। खास बात यह भी है कि संगठन में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, भिलाई नगर विधाायक देवेंद्र यादव, पूर्व मंत्री बदरुद्दीन कुरैशी और पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी सभी के समर्थकों को स्थान देकर उन्हें खुश करने का प्रयास किया गया है। सीधे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से निकटता रखने वाले चेहरों को भी संगठन में महत्वूपर्ण दायित्व दिया गया है। कार्यकारिणी की अनुमोदित मूल सूची के बाद 33 महामंत्रियों के नाम अतिरिक्त जोड़े गए हैं, जिनमेंं ज्यादातर युवा चेहरे हैं।
इन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी
पदाधिकारियों में 1 कोषाध्यक्ष, 12 उपाध्यक्ष, 42 महामंत्री, 36 संयुक्त महामंत्री, 97 सचिव, 8 कार्यकारिणी सदस्य, मीडिया और सोशल मीडिया संभालने के लिए 5 प्रवक्ता, 7 आईटी सेल प्रभारी, 30 विशेष आमंत्रित सदस्य, 12 स्थाई आमंत्रित सदस्य हैं। इनमें अतुलचंद साहू को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। 12 उपाध्यक्षों में पूर्व पार्षद डेरेश्वर बंजारे, जितेंद्र साहू, चंद्रभान, केशव बंछोर सहित इंटुक नेता संजय साहू, सुभाष साव, उमेश सिंह, नूरा मेमन, अशोक साहू, जाकिर अहमद, देवकुमार बोरकर और गिरी राव शामिल हैं। 42 महामंत्री मेंं सरला पोद्दार, समयलाल साहू, संदीप निरंकारी, रज्जन अकील, सज्जन प्रसाद दीक्षित, मुकेश चंद्राकर, राजेंद्र यादव, पोषण क्षत्री, घनश्याम सिंधिया, सुमित पवार, सूर्यकांत सिन्हा, केशव चौबे, जानकी साहू आदि शामिल है। पूर्व पार्षद संतोष देशमुख सहित मनीष जग्यासी, राजेश शर्मा, रजा सिद्दीकी और जावेद खान को प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अब चुनौती पदाधिकारियों की क्षमता का उपयोग करने की
भिलाई जिला की इस नई टीम से साफ जाहिर है कि तुलसी किसी को नाराज नहीं करना चाहती थी, इसलिए बड़े नेताओं ने जितने भी नाम सुझाए सभी को अपनी कार्यकारिणी में जगह दे दी। संगठन में सभी गुटों के कार्यकर्ताओं को प्रतिनिधित्व तो दिया गया है, लेकिन अब बड़ा सवाल यह है कि पार्टी आगामी निगम चुनाव में इन पदाधिकारियों की क्षमता का कैसे उपयोग करेगी।
भिलाई शहर जिला के लिए 20 साल संघर्ष करने वाले संगठन से गायब
स्वतंत्र भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी के लिए ज्ञानचंद जैन, रामप्रकाश मिश्रा, खेदन मिश्रा जैसे कुछ कार्यकर्ताओं ने 20 साल तक संघर्ष किया। यहां तक कि शिमला अधिवेशन में सोनिया गांधी से सीधे मुलाकात कर शहर के कांग्रेसियों की भावनाओं से अवगत कराया। कई बार दिल्ली दौरा भी किए। ऐसे कार्यकर्ता संगठन की सूची से गायब हैं। इसी तरह अब्दुल कादिर सिद्दीकी, राकेश मिश्रा, निशाकांत पांडेय, चवन राम साहू को भी स्थान नहीं दिया गया है।
जिसकी चर्चा है- सनीर को दो पद, राकेश की छुट्टी
तुलसी ने अपने संगठन में सनीर साहू को सचिव बनाया है। जबकि वे दुर्ग ग्रामीण युवक कांग्रेस का जिलाध्यक्ष है। एक कार्यकर्ता को दो अलग-अलग जिला संगठन में जिम्मेदारी चर्चा का विषय है। इसी तरह तुलसी ने अपने साथ दुर्ग ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी में कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे राकेश मिश्रा को इस बार टीम में शामिल नहीं किया।
जंबो टीम का ऐसे करें इस्तेमाल
कांग्रेस नेता ज्ञानचंद जैन ने भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी के मनोनीत सभी पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा है कि आसन्न निगम चुनाव को दृष्टिगत करते हुए छत्तीसगढ़ के मंत्रियों के विशेष मार्गदर्शन और विशेष आमंत्रित सदस्यों के नेतृत्व में एक उपाध्यक्ष, एक महासचिव, एक संयुक्त महासचिव, एक सचिव, एक कार्यसमिति सदस्य एवं एक महिला प्रतिनिधि को भिलाई एवं रिसाली निगम सीमा क्षेत्र में वार्ड प्रभारी बनाया जाए। इनके मार्गदर्शन में ही वार्ड प्रत्याशियों का चयन कर कांग्रेस की जीत का आधार नगर निगम में तैयार किया जाना चाहिए