भिलाई. दुर्ग जिले में कोरोना केस के बढ़ते मामले की समीक्षा करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक पॉजिटिव केस जिन जिलों में आ रहे हैं, उसमें दुर्ग भी शामिल है। यहां जितनी जांच हो रही है, उसमें से 29 फीसदी लोग संक्रमित मिल रहे हैं। यह बहुत चिंता का विषय है। पांच फीसदी से अधिक आने पर मान लो कि बांध के गेट को खोलने की स्थिति है। खतरा उस समय से ही शुरू हो जाता है जब पॉजिटिविटी पांच फीसदी से अधिक हो जाए। यह आंकड़े सभी के सामने है। तेजी से फैलने वाला वायरस है, बिना एहतियात के दुनिया में इसे कोई नहीं रोक पाएगा। उन्होंने कहा कि अधिक तबीयत बिगडऩे के बाद अस्पताल पहुंच रहे हैं, इस वजह से मौत अधिक हो रही है। इसे रोकना होगा।
पॉजिटिविटी रेट गिरी तब हुई चूक
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पॉजिटिविटी रेट जब गिर रही थी, तब लोगों के मन में आया कि कोरोना गया और कहीं न कहीं इस दौरान ही व्यवहार में थोड़ा चूक की। कोरोना के आचरण में जग जाहिर है कि कोरोना की एक, दो और तीसरी के बाद चौंथी लहर भी आ रही है। ऐसे में कोरोना वैक्सीनेशन के 70 दिन बाद इंम्युनिटी आती है। सामान्य रूप से इंजेक्शन की तरह काम यह नहीं करता।
जिले में आरएटी किट नहीं
आरएटी किट जिले में खत्म हो गया है, जिसकी वजह से कोरोना जांच प्रभावित हो रही है। मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में मामले बढऩे के बाद रेपिड एंटीजन टेस्ट किट के लिए खींचतान शुरू हो गई है। हर दिन प्रदेश में 2.5 लाख किट पहुंच रही है। जिसे अलग-अलग जिला में भेजा जा रहा है। दुर्ग जिले को हर दिन करीब तीस हजार किट उपलब्ध कराने की बात चल रही है। टेस्टिंग बढ़ाने की भी तैयारी है।
दुर्ग में आरटीपीसीआर लैब का प्रस्ताव
दुर्ग में एक आरटीपीसीआर लैब शुरू करने प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, मंजूरी मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। उसको पूरा होने में करीब छह माह लगेगा।
अब 380 रुपए में होगी कोरोना जांच
निजी संस्था में जांच अब 380 रुपए में होगी। जांच की संख्या बढ़ाने के लिए यह कवायद किया जा रहा है। रेपिड एंटीजन टेस्ट किट भी अधिक संक्रमित वाले जिले को अधिक दिया जाएगा।
कोरोना वायरस नष्ट करने विश्व में कोई दवा नहीं
कोरोना वायरस को नष्ट करने के लिए अब तक कोई दवा का अविष्कार दुनिया में नहीं हुआ है। विश्व में अलग-अलग वैक्सीन जरूर लगा रहे हैं। पहले 10 से 15 साल रिसर्च करने के बाद वैक्सीन लगाई जाती थी, वह पांच माह में लगाई जा रही है। कोरोना के दबाव में वैक्सीन जल्द विकसित हुई है। 70 दिन सुरक्षित रखते हैं तो कोरोना से मौत होने की आशंका सौ फीसदी के करीब खत्म हो जाएगी। इस वजह से वैक्सीन जरूर लगवाएं।
दो हजार बेड की व्यवस्था
दो हजार बेड की व्यवस्था और पाइप से नहीं तो सिलेंडर से ऑक्सीजन की व्यवस्था हो। दुर्ग का लक्ष्य दस हजार बिस्तर हो। कम से कम दो हजार बेड में ऑक्सीजन हो।
चुनाव आयोग को चिंता नहीं
देशभर में चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, वहां के मुख्यमंत्री सभा कर रहे हैं। चुनाव आयोग चुनाव करवा रहे हैं, उनको इसको लेकर चिंता नहीं है। ऐसे में यहां निकाय चुनाव को लेकर क्या कहा जा सकता है। अभी एहतियात की जरूरत है।
टूर्नामेंट महाराष्ट्र में हो रहा
विपक्ष कह रहा राजधानी में क्रिकेट टूर्नामेंट करवाने की वजह से कोरोना फैला है। इस सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से पूछना चाहिए कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, केरला में टूर्नामेंट हो रहे हैं क्या। फिर वहां क्यों कोरोना वायरस फैल रहा है। यह राजनीतिक रूप से प्रस्तुत करने वाली बात है। तार्किक नहीं है।
कोरोना से मौत होने पर उसे जरूर जोड़ा जाएगा
कोरोना से मौत अधिक हो रही है और जिला प्रशासन कम मौत की जानकारी दे रहा है। इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि अगर ऐसा है तो बताएं। उन मौत को जरूर कोरोना से हुई मौत में जोड़ा जाएगा। इसमें छुपाने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
एक व्यापारी ने कहा कूलर बेचते समय लगा रहे लॉकडाउन
मंत्री से मिलकर एक व्यापारी ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी कूलर बेचने के समय ही लॉकडाउन लगा रहे हैं। उससे व्यापार ठप हो जाएगा। इस पर मंत्री ने कहा कि लोगों की जान की हिफाजत करें या कूलर को देखें। बैठक में केबिनेट मंत्री गुरु रुद्र कुमार, विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल, सीएमएचओ डॉ.गंभीर सिंह ठाकुर भी मौजूद थे। बैठक के दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।