भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में अब सदस्यों को प्रश्नकाल में सवाल पूछने का पूरा मौका मिलेगा। यदि किसी सदस्य या अन्य गणमान्य व्यक्ति को श्रद्धांजलि देने की वजह से प्रश्नकाल पूरे एक घंटे का नहीं हो पाता है तो उसकी अवधि बढ़ा दी जाएगी। श्रद्धांजलि के बाद पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित होने पर प्रश्नकाल के प्रश्न अगले दिन पूछे जा सकेंगे। वहीं, अगले दिन के लिए पूर्व से तय प्रश्न दोपहर ढाई बजे के बाद पूछने का मौका मिलेगा। इतना ही नहीं, प्रश्नकाल के लिए प्रश्नों की लॉटरी 25 की जगह 50 प्रश्नों की निकलेगी। इसी तरह शून्यकाल में 10 सूचनाएं पढ़ी जाएंगी। पांच सदस्यों को तात्कालिक महत्व के विषय उठाने की अनुमति मिलेगी। समिति के सदस्य यशपाल सिंह सिसौदिया ने बताया कि बैठक सभी विषयों पर चर्चा हुई है।
यह व्यवस्था विधानसभा में जल्द लागू होगी। इसके लिए विधानसभा के नियमों में संशोधन किया जाएगा। इस पर विधानसभा अध्यक्ष को सलाह देने के लिए गठित समिति की पहली बैठक में सहमति बनी। समिति भी अब स्थायी होगी और इसके सभापति डॉ.सीतासरन शर्मा होंगे। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम की मौजूदगी में हुई बैठक में आमराय थी कि प्रश्नकाल पूरा चलना चाहिए। इसके लिए नियमों में संशोधन करना पड़े तो वह भी किया जाना चाहिए। बैठक में तय किया गया कि उत्कृष्टता पुरस्कार को फिर से शुरू किया जाएगा। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी के कार्यकाल में एक साथ पांच साल के लिए पुरस्कार एक साथ वितरित किए गए थे। चार श्रेणी (उत्कृष्ट मंत्री, विधानसभा सदस्य, पत्रकार और कर्मचारी) में उत्कृष्टता पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके लिए समिति बनाई जाएगी।