रायपुर । फसलों के समर्थन मूल्य वृद्धि को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि मोदी सरकार में डीजल महंगा, खाद महंगी, कीटनाशक महंगे, जीवनोपयोगी वस्तुएं महंगी, सब कुछ महंगा हो रहा है। लेकिन किसान की फसल की एमएसपी में बेहद कम वृद्धि की है, जिसके लिए किसान विरोधी मोदी सरकार जिम्मेदार है।
खरीफ में धान में बहुत कम वृद्धि करने के बाद रबी फसलों के एमएसपी में बेहद कम बढ़ोतरी कर मोदी सरकार ने किसानों से फिर धोखा किया। रबी फसलों के समर्थन मूल्य के आंकड़े जारी करते हुए त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में भी किसान गन्ना, गेहूं, चना, मसूर और सरसो की खेती करते हैं। इन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में की गई वृद्धि धान के समर्थन मूल्य में की गई वृद्धि की ही तरह अपर्याप्त है।
त्रिवेदी ने कहा कि 20 जून, 2018 को नमो एप पर किसानों से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने लागत +50 प्रतिशत का आंकलन सी-2 के आधार पर देने का वादा किया था। लागत में किसान की मजदूरी, परिश्रम के साथ बीज, खाद, मशीन, सिंचाई और जमीन का किराया शामिल करने का वादा किया था।
मगर, लागत का आकलन करते हुए इसे दरकिनार कर दिया है। केंद्र सरकार ने फसलों की प्रति क्विंटल जो लागत मूल्य निकाला है, अगर इसमें सारे खर्च जोड़ दिए जाएं तो किसी भी सूरत में किसान की फसलों की लागत इससे अधिक होगी।
फसल-पहले की एमएसपी -नई एमएसपी-बढ़त (प्रतिशत में)
गन्ना – 285 – 290 – 1.75
गेंहू- 1975 -2015 – 2.00
सूरजमुखी – 5327 – 5441 – 2.14
जौ – 1600 -1635 – 2.18
चना – 5100 -5230-2.55
मसूर – 5100-5500 -7.85
सरसो – 4650-5050-8.6