वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में भारत की जीत की जो सबसे बेहतरीन बात थी वो ये कि टीम ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखाई और शांत रहते हुए बिना लंबे शाट लगाने की चाहत के जीत दर्ज की। बेशक लक्ष्य बहुत मुश्किल नहीं था, लेकिन छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए भी कई बार शीर्षक्रम के बल्लेबाज थोड़े बेपरवाह हो जाते हैं और सोचते हैं कि अभी काफी बल्लेबाजों को आना है। इस कोशिश में वो शुरुआत से ही हवाई शाट खेलने की कोशिश करते हैं और इस चक्कर में जल्दी विकेट गिरने से निचलेक्रम पर भी दबाव बढ़ता है और हड़बड़ी के हालात पैदा हो जाते हैं। ऐसे में पिछले साल पदार्पण करने वाले सूर्यकुमार यादव और इसी मैच में आगाज करने वाले दीपक हुड्डा के बीच साझेदारी देखना काफी सुखद रहा। दोनों ने कुछ बहुत ही खूबसूरत शाट खेले और किसी तरह का जोखिम नहीं लिया। दोनों की विकेटों के बीच दौड़ भी बेहद शानदार रही।
इस बात में कोई शक नहीं कि पहले वनडे में अपने आउट होने के तरीकों का विश्लेषण कर वेस्टइंडीज के बल्लेबाज अपने खेल का स्तर उठाएंगे और भारतीय टीम को आखिरी दो मुकाबलों में कड़ी टक्कर मिलेगी। जेसन होल्डर और फैबियन एलेन के बीच हुई साझेदारी ने दिखाया कि अगर शीर्षक्रम ने अपना योगदान दिया होता तो स्कोर बोर्ड पर अधिक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य नजर आता। कई बल्लेबाज खराब शाट खेलकर आसानी से विकेट दे गए जिससे मेहमान टीम की मुश्किलें और बढ़ गईं। लेकिन इसके साथ ही ये भी कहना होगा कि मुहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, वाशिंगटन सुंदर और युजवेंद्रा सिंह चहल ने शानदार गेंदबाजी की। जिस तरह चहल ने कीरोन पोलार्ड को पहली ही गेंद पर आउट किया वो शानदार गेंद थी। वहीं ऐसी ही एक बेहतरीन गेंद पर वाशिंगटन सुंदर ने डेरेन ब्रावो को एलबीडब्ल्यू कर अपना शिकार बनाया।
रोहित शर्मा को बल्लेबाजी करते देखना जिंदगी का बेहद सुखद अनुभव है, लेकिन जो सबसे संतोषजनक बात रही वो विकेटों के बीच उनकी रनिंग को लेकर थी। इससे पता चलता है कि हैमस्ट्रिंग इंजरी का कोई प्रभाव अब बाकी नहीं रहा है और वह इससे पूरी तरह उबर चुके हैं जिसकी वजह से उन्हें दक्षिण अफ्रीका दौरे से बाहर रहना पड़ा था। इस ओपनिंग साझेदारी में इशान किशन ने काफी समझदारी से खुद को पीछे रखा और अपने कप्तान को ज्यादा से ज्यादा स्ट्राइक दी। पहले वनडे में भारतीय टीम ने दिखाया कि उनके तरकश में अभी काफी तीर बाकी हैं और उन्हें जीत दर्ज करने में अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा।