भोपाल। अपने विधानसभा क्षेत्र के गरीबों को पट्टे नहीं मिलने और कुछ अन्य मुद्दों पर सरकार के नौकरशाहों से खफा कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल रविवार को अपने गृह क्षेत्र ग्वालियर लौट गए। लौटते-लौटते गोयल ने एक बार फिर चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि वे 10 दिन और इंतजार करेंगे, अगर उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर धरना देंगे। उनका कहना है कि सरकार के मंत्रियों के साथ उनकी बैठक हुई है और उन्होंने मांगों पर आश्वासन दिया है।
गोयल अपने ग्वालियर पूर्व क्षेत्र के गरीबों को पट्टा नहीं मिल पाने, 2014 में भाजपा सरकार के समय गरीबों के सर्वे को निरस्त करने, अधिकारियों द्वारा कांग्रेस नेताओं को अपमानित किए जाने और विधायकों के साथ मुख्यमंत्री की संवादहीनता को समाप्त कर 15 दिन में संभागवार विधायकों के साथ सीएम विकास कार्यों पर समीक्षा करने की मांगों को लेकर शनिवार को विधानसभा के सामने धरने पर बैठे थे। इसके बाद सरकार सक्रिय हुई थी। यह कहा गया है कि गोयल अपने जिले के एडीएम अनूप सिंह से नाराज हैं और वे उन्हें हटवाना चाहते हैं।
बताया जाता है कि ग्वालियर क्षेत्र के वरिष्ठ मंत्री डॉ. गोविंद सिंह को गोयल को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा को साथ लेकर गोयल के साथ मुलाकात की और तीनों नेता साथ बैठे। गोयल से उनकी समस्याएं सुनीं और गोविंद सिंह ने आश्वस्त किया।
गोयल ने चर्चा में कहा कि वे शुरू से कह रहे हैं कि उनका धरना सरकार के खिलाफ नहीं है, बल्कि अपनी पार्टी के वचन पत्र में शामिल मुद्दे पर ध्यान दिलाने के लिए है। गोयल ने रविवार को चर्चा में बताया कि वे अपने क्षेत्र के लोगों को पट्टा दिए जाने के आश्वासन पर 10 दिन इंतजार करेंगे। इसके बाद भी गरीबों को पट्टे नहीं मिले तो वे फिर धरना देंगे।