मुंबई: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को मुंबई में शिर्डी के लोगों के साथ सफल मध्यस्थता कर इस विवाद को खत्म कर दिया. बैठक में साफ हुआ कि पाथरी तीर्थस्थल के विकास की योजना में किसी तरह की रुकावट नहीं आगी. पाथरी में तीर्थक्षेत्र के विकास की योजना को मंजूरी दे दी है. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि जन्मस्थान को लेकर विवाद नहीं होना चाहिए.
सह्याद्रित गेस्ट हाउस में हुई बैठक में डिप्टी सीएम अजित पवार, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, सांसद सदाशिव लोखंडे, विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल, शिर्डी साई संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपक मुगलीकर समेत शिर्डी के स्थानीय निवासी मौजूद रहे.
शिर्डी के लोगों ने साईं भक्तों की भावना को ठेस पहुंचाने की वजह से बंद का आयोजन किया था. इससे पहले साई के जन्मस्थान को लेकर सरकार की कोई भूमिका नहीं थी. ऐसी ही भूमिका अब भी होनी चाहिए ये बात विधायक विखे पाटिल ने कही.
मुख्यमंत्री उद्दव ठाकरे ने शिर्डी के लोगों को श्रद्धा और सबूरी रखने की सलाह दी. औरंगाबाद में विभागीय बैटक में पाथरी तीर्थक्षेत्र के विकास की योजना को मंजूरी दी थी, इसलिए इस भाग का भी विकास होना चाहिए.
मुख्यमंत्री की सफल मध्यस्थता के चलते पाथरी तीर्थक्षेत्र विकास की योजना में हमारी तरफ से कोई रुकावट नहीं होगी, यह आश्वासन शिर्डी के लोगों ने दिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ ही उपमुख्यमंत्री और राजस्व मंत्री का शिर्डी संस्थान के पदाधिकारी और स्थानीय लोगों की तरफ से सत्कार किया गया.