Madhya Pradesh News : इंदौर में संभागायुक्‍त के बंगले पर धरने के दौरान कैलाश विजयवर्गीय के बिगड़े बोल

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इंदौर। Madhya Pradesh News आपरेशन क्लीन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने से नाराज भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित अन्य नेताओं ने शुक्रवार को संभागायुक्त के बंगले पर धरना दे दिया। वे शहर से बाहर थे, इसलिए आधे घंटे बाद बंगले से कार्यकर्ता लौट आए। विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अभी शहर में बड़े लोग है, इसलिए ठाकुर के हाथ बंधे हैं, नहीं तो सरकार को बताता कि प्रदर्शन कैसे होते हैं? बंगाल में मैं कोई मूंगफली नहीं बेच रहा हूं।

भाजपा नगर अध्यक्ष ने दो दिन पहले शहर के चार अफसरों को पत्र भेजा था कि वे शहर के विकास के मुद्दों पर भाजपा के बड़े नेता उनसे रेसीडेंसी कोठी में मिलना चाहते है। निगमायुक्त ने स्वच्छता अभियान की व्यस्तता के कारण उपस्थित नहीं होने की वजह बता दी, दूसरे अफसरों ने कोई जवाब नहीं भेजा। संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी हनुमंतिया में थे।

दोपहर में विजयवर्गीय के साथ सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, गोपी नेमा रेसीडेंसी कोठी पहुंचे। एडीएम बीबीएस तोमर व एसपी अवधेश गोस्वामी ने बाहर भी भीड़ को रोक लिया और कहा कि अफसर नहीं है। नाराज विजयवर्गीय ने कहा कि अफसर जनता की नौकरी कर रहे है या मुख्यमंत्री की। हम शहर से जुड़े मुद्दों पर उनसे मिलना चाहते है,लेकिन उन्हें फुर्सत नहीं है। शहर में संघ का कार्यक्रम चल रहा है, नहीं तो मैं आग लगा देता। हमने सरकार भी चलाई है और विपक्ष में भी रहे है। अफसर ज्यादा होशियारी न दिखाए।

विधायक मेंदोला ने कहा कि अफसर यहां नहीं आए तो चलो उनके बंगले पर चलते है। इसके बाद कार्यकर्ता रेसीडेंसी गेट के बाहर निकल कर नारेबाजी करते हुए संभागायुक्त के बंगले के बाहर पहुंचे और धरना दे दिया। प्रदर्शन में राजेश सोनकर,सभापति अजय नरुका, चंदू शिंदे, नंदू पहाड़िया, मनस्वी पाटीदार सहित अन्य नेता मौजूद थे।

विजयवर्गीय का शहर को आग लगाने वाला बयान बेहद आपत्तिजनक ,निंदनीय : कांग्रेस

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान को बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय बताते हुए कहा कि इससे उनकी व उनकी पार्टी की विचारधारा सामने आ गयी है।यह शिवराज जी की नहीं सिंघम कमलनाथ जी की सरकार है , इसमें शहर को आग लगाने वाला कोई पैदा नहीं हुआ।

किस प्रकार पूर्व में विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय ने बल्लेबाजी की थी और पिताजी शहर को आग में झोंकने की खुलेआम धमकी दे रहे हैं , यह सभी के सामने है। विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल के भी प्रभारी है और वहां भी जब-जब वे जाते हैं हिंसा होती है ,इसी से समझा जा सकता है कि उस हिंसा के पीछे क्या कारण है ?

सलूजा ने कहा कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के नेतृत्व में माफिया मुक्त अभियान प्रदेश भर में चल रहा है। जिसमें कई बड़े-बड़े माफ़ियाओ के खिलाफ कार्रवाई हुई है।जनता वर्षों से न्याय की आस में बैठी थी , जनता को न्याय नहीं मिल पा रहा था ,वर्षों से जो माफिया जनता का दमन करते थे ,उन पर कड़ी कार्यवाही हो रही है ,भाजपा की 15 वर्ष की सरकार में ऐसे कई माफियाओं को खुला संरक्षण और पोषण प्राप्त था ,शायद माफियाओं के खिलाफ हो रही कार्यवाही से बौखला कर कैलाश विजयवर्गीय इस तरह इंदौर को आग लगाने वाला बयान दे रहे हैं।

उनके इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह को तत्काल उन पर कार्यवाही करना चाहिए और उन्हें पार्टी से बाहर करना चाहिए एवं भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि वह उनके बयान से सहमत है या नहीं ?