नई दिल्ली। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि सरकार संसद में सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर होने वाली बहस में सभी मामले उठाए जा सकते हैं, जिस पर प्रधानमंत्री जवाब देंगे।
मंत्री एक सर्वदलीय बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। बैठक में राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सभी दलों के नेताओं से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि बजट सत्र में सदन की कार्यवाही सुचारू व प्रभावी रूप से चले। बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के लिए 10 घंटे का समय तय किया गया। बैठक में शामिल विभिन्न दलों के नेताओं ने आश्वासन दिया कि सदन की सभी बहस व चर्चाओं में हिस्सा लेंगे।
बजट का दूसरा सत्र आठ मार्च से होगा शुरू
सूत्रों ने बताया कि यह भी तय किया गया कि राज्यसभा बजट सत्र के पहले हिस्से के आखिरी दिन के तौर पर 15 फरवरी के बजाय 13 फरवरी को बैठेगी। इसके बाद विभाग संबंधी संसदीय समितियों के विभिन्न विभागों और मंत्रालयों की अनुदान संबंधी मांगों की जांच के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी और फिर बजट सत्र का दूसरा चरण आठ मार्च से शुरू होगा।
सर्वदलीय बैठक में कई मंत्री और विभिन्न दलों के करीब 25 नेता शामिल हुए। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और आम बजट पर चर्चा के लिए नेताओं ने और समय की मांग की, जिस पर नायडू ने संसदीय कार्य मंत्री और अन्य संबद्ध लोगों से जानकारी ली ताकि कार्यक्रम को फिर से तय किया जा सके।
संक्षेप में अपनी बात रखने की कला सीखें मंत्री: सभापति
सभापति ने कहा कि इन चर्चाओं में सदस्यों के पास विभिन्न मुद्दों पर अपना पक्ष रखने का पर्याप्त अवसर होगा और इसके लिए और समय दिया जा सकता है। उन्होंने मंत्रियों से अनुरोध किया कि वे संक्षेप में अपनी बात रखने की कला सीखें।
छोटे दलों के सदस्यों को भी सदन में पर्याप्त समय दिए जाने पर भी चर्चा हुई। उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि ऐसे करीब 20 दलों के सदस्यों के लिए हर मुद्दे पर बोल पाना संभव नहीं हो सकता।