कर्नाटक: प्रवासी कामगारों के ट्रांस्पोर्ट के लिए राज्य सरकार ने ठुकराया कांग्रेस का 1 करोड़ रुपए का चेक

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बेंगलुरु। कर्नाटक में फंसे प्रवासियों को उनके राज्य पहुंचाने के लिए कांग्रेस की तरफ से राज्य सरकार को एक करोड़ रुपए की पेशकश की गई है, जिसे उपमुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री लक्ष्मण सावदी ने लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को सलाह दी है कि वो डेढ़ करोड़ रुपए का दान सीएम रिलीफ फंड में दें।

कांग्रेस नेता सावदी से मिले थे उन्होंने प्रवासी मजूदरों को उनके राज्य भेजने के लिए सावदी को एक करोड़ रुपए का चेक सौंपा। हालांकि सावदी ने उनका यह चेक स्वीकार नहीं किया और कांग्रेस नेताओं को सीएम रिलीफ फंड में दान करने को कहा।

कांग्रेस नेताओं से मिलने के बाद सावदी ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है यह एक धनी पार्टी है। यदि कांग्रेस पार्टी दान देना चाहती है तो उन्हें कम से कम डेढ़ करोड़ रुपए का दान कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए सीएम रिलीफ फंड में करना चाहिए।

कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार की अध्यक्षता में पार्टी नेता लक्ष्मण सावदी से मिले थे। इससे पहले कल डीके शिवकुमार ने राज्य सरकार को फटकार लगाई और प्रवासी श्रमिकों को नि:शुल्क परिवहन सेवाएं देने का आग्रह किया, उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस इस संबंध में धन दान करेगी। लेकिन KSRTC के मैनेजिंग डायरेक्टर यह एक करोड़ रुपए का दान लेने से इनकार कर दिया और सीएम रिलीफ फंड में यह राशि देने का आग्रह किया।

इसके बाद आज कांग्रेस नेताओं ने लक्ष्मण सावदी से मिलकर एक करोड़ रुपए का चेक उन्हें देने की कोशिश की। कांग्रेस पार्टी और जनता द्वारा बस का किराया लिए जाने पर आलोचना के बाद मुख्यमंत्री बीएस येदीयुरप्पा ने प्रवासी कामगारों के लिए ट्रांसपोर्टेशन नि:शुल्क कर दिया है।