नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वामित्व योजना के तहत रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संपत्ति कार्ड का वितरण शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसे ग्रामीण इलाके में बदलाव का ऐतिहासिक कदम बताया है। इससे ग्रामीणों के लिए लोन और अन्य आर्थिक गतिविधियों की खातिर अपनी संपत्ति का इस्तेमाल करने का मार्ग प्रशस्त होगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि लगभग एक लाख लोग अपने मोबाइल पर भेजे गए एसएमएस के जरिये संपत्ति कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। इसके बाद संबंधित राज्य सरकारों द्वारा उन्हें संपत्ति कार्ड की हार्ड कॉपी भी दे दी जाएगी। इस योजना के लाभार्थी छह राज्यों के 763 गांवों के लोग हैं।
इनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 346, हरियाणा के 221, महाराष्ट्र के 100, मध्य प्रदेश के 44, उत्तराखंड के 50 और कर्नाटक के दो गांव शामिल हैं। महाराष्ट्र के अलावा सभी राज्यों के लाभार्थियों को संपत्ति कार्ड एक दिन के भीतर मिल जाएगा।
महाराष्ट्र में संपत्ति कार्ड के लिए नाममात्र की लागत वसूली जाती है। इसलिए वहां पर संपत्ति कार्ड देने में एक माह का समय लगेगा।प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि यह पहला मौका है जब आधुनिक तकनीक के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों के लाखों लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री कुछ लाभार्थियों से बातचीत भी करेंगे। उल्लेखनीय है कि स्वामित्व पंचायती राज मंत्रालय की योजना है। 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना को लांच किया था।
इससे पहले मोदी ने गुरुवार को श्रम और कृषि क्षेत्र में सरकार द्वारा हाल में किए गए सुधारों का जिक्र करते हुए कहा कि इससे भारत में कारोबार करना आसान होगा और इससे किसानों को अपनी मंडी तय करने का अधिकार मिलेगा। सालाना ‘इंवेस्ट इंडिया कॉन्फ्रेंस’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जीवंत लोकतंत्र, राजनीतिक स्थिरता और कारोबार के लिहाज से अनुकूल नीतियों के साथ भारत विदेशी निवेशकों के लिए इंवेस्टमेंट के लिहाज से काफी उपयुक्त देश के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा था सरकार ने निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने के लक्ष्य के साथ शिक्षा, कृषि और लेबर सेक्टर में विभिन्न सुधारों को लागू किया है।
मोदी ने कहा था, ‘अगर आप शिक्षा के क्षेत्र में साझीदारी करना चाह रहे हैं तो भारत उपयुक्त स्थान है। अगर आप मैन्युफैक्चरिंग या सर्विसेज सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं तो भारत उचित स्थान है। अगर आप कृषि क्षेत्र में सहयोग करना चाहते हैं तो भारत सही स्थान स्थान है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि आज भारत मजबूत स्थिति में है और आने वाले समय में और मजबूत होगा।