कोयंबटूर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कोयंबटूर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार सभी वर्गों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। मैं अभी एक कार्यक्रम से आया हूं जहां विभिन्न क्षेत्रों के लिए कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई। इससे तमिलनाडु के लोगों को इज ऑफ लिविंग और गरिमा से जीने में मदद मिलेगी।
हम नहीं चाहते कि किसान किसी पर निर्भर रहे
पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत के किसानों के लिए काम करके गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। किसान क्रेडिट कार्ड से लेकर स्वाएल हेल्थ कार्ड तक, ई-एनएएम से एक प्रभावी फसल बीमा योजना तक, हम कृषि क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव लाना चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि हमारा किसान किसी पर निर्भर रहे। हम नहीं चाहते कि हमारा किसान बिचौलियों के कारण घुटन महसूस करे। पीएम किसान योजना को कल ही दो साल पूरे हुए हैं। इस योजना से 11 करोड़ किसानों को फायदा हुआ है।
देश दो तरह की राजनीति देख रहा
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश दो अलग-अलग तरह की राजनीति देख रहा है। एक विपक्ष की राजनीति जो कुशासन और भ्रष्टाचार से ग्रस्त है। जबकि NDA शासन और लोगों के प्रति दया के साथ राजनीति करता है। दोनों तरीके बहुत अलग हैं। विपक्ष के लिए व्यक्तिगत लाभ ही सबकुछ है। डीएमके और कांग्रेस की बैठकें भ्रष्टाचार के हैकथॉन की तरह हैं। उनके नेता बैठते हैं और मंथन करते हैं कि कैसे लूट की जाए। इनके नेताओं में जो सबसे नए तरीके सुझाते हैं उन्हें पद और मंत्रालय दिए जाते हैं। विपक्ष की राजनीति उत्पीड़न पर आधारित है।
डीएमके और कांग्रेस पर करारा वार
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा तमिलनाडु जानता है कि डीएमके ने अम्मा जयललिता जी के साथ कैसा व्यवहार किया। इससे महिलाओं के प्रति उनके रवैये का पता चलता है। दुख की बात है कि जयललिता जी को परेशान करने वाले नेताओं को डीएमके और कांग्रेस ने पुरस्कृत किया। द्रमुक ने पूरे तमिलनाडु की पार्टी कहलाने के हक को खो दिया है। राज्य की जनता उन्हें नकार चुकी है। पिछली बार 25 साल पहले उसने अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल किया था।
कांग्रेस और द्रमुक में चल रहा पारिवारिक ड्रामा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और द्रमुक दोनों पार्टियां आंतरिक विरोधाभासों से पीड़ित हैं। दोनों पक्षों ने पहले अपने परिवारों को लॉन्च करने कोशिश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। वहां लगातार पारिवारिक ड्रामा चल रहा है। वे तमिलनाडु में सुशासन नहीं दे सकते हैं। एनडीए क्षेत्रीय आकांक्षाओं और राष्ट्रीय प्रगति के लिए काम कर रहा है। आज शुरू किए गए विकास कार्यों को इसी नजरिए से देखा जाना चाहिए।
कांग्रेस की नीति फूट डालो, झूठ बोलो और राज करो
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने पांच साल में पुडुचेरी में दिखा दिया कि वे कैसे राष्ट्रीय स्तर पर काम करते हैं। हमारे औपनिवेशिक शासकों की नीति फूट डालो और राज करो की थी। कांग्रेस की नीति फूट डालो, झूठ बोलो और राज करो की है। उनके नेताओं ने लोगों से लोगों को लड़ाने का काम किया। एनडीए सरकार पुडुचेरी को BEST बनाना चाहता है। मेरा मतलब है बी- बिजनेस हब, ई- एजुकेशन हब, एस- आध्यात्मिक हब और टी यानी टूरिज्म हब…
आत्मनिर्भर भारत की राह नीली अर्थव्यवस्था के साथ
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि आत्मनिर्भर भारत की राह मजबूत नीली अर्थव्यवस्था के बिना पूरी नहीं होगी। सागरमाला जैसी परियोजनाएं हमारे तटों और तटीय समुदायों को बदल देंगी। साल 2014 की तुलना में पिछले साल भारत का मत्स्य निर्यात 46,000 करोड़ रुपये था जो 50 फीसद अधिक है। तमिलनाडु के भव्य मंदिर दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करते हैं। हाल ही में ऊर्जा क्षेत्र, बंदरगाह आधुनिकीकरण, कनेक्टिविटी, आवास और शहरी विकास को लेकर कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया है।
भारत के लोग विकासोन्मुख शासन चाहते हैं
प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु इस साल एक नई सरकार का चुनाव करेगा। विधानसभा चुनाव भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण क्षण में हो रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत के लोगों ने एक मजबूत संदेश दिया है। भारत के लोगों ने एकसुर में कहा है कि वे विकासोन्मुख शासन चाहते हैं।
केंद्र और तमिलनाडु सरकार बेहतरीन काम किया
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र और तमिलनाडु सरकार ने जिस तरह से काम किया है वह सहकारी संघवाद का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। विकास के पारंपरिक दृष्टिकोण ने केवल अधिक मुखर समूहों को ध्यान में रखा। इस वजह से दो वर्गों छोटे व्यवसायी और किसानों को नजरअंदाज कर दिया गया। जब से हमारी सरकार आई है उसने इन दोनों वर्गों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
सरकार ने MSMEs की मदद के लिए कई कदम उठाए
पीएम मोदी ने कहा कि मैं कोयंबटूर के छोटे और मध्यम उद्योगों (MSMEs) की सराहना करना चाहता हूं। भारत सरकार ने MSMEs की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं। केंद्र सरकार ने MSME सेक्टर के लिए कई कदम उठाए हैं। तमिलनाडु में 3.5 लाख MSME के लिए लगभग 14 हजार करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। एक उदाहरण ईसीएलजीएस है। कोरोना के बाद यह योजना MSMEs के लिए महत्वपूर्ण रही है। तमिलनाडु में MSMEs को इसके तहत बहुत लाभ हुआ है।