नई दिल्ली । कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देशव्यापी लॉकडाउन के गरीबों पर प्रभाव को लेकर पत्र लिखा है। इस पत्र में खासकर उन लोगों गरीबों का जिक्र किया गया है जो लॉकडाउन के बाद अपने घर जाने के दौरान रास्तों में फंस गए हैं।
घर जा रहे लोगों को राज्य परिवहन सेवा मुहैया कराई जाए
सोनिया गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि देश में लॉकडाउन के दौरान कई जगहों पर रास्तों में फंसे मजदूरों एवं गरीबों की मदद के लिए राष्ट्रीय स्तर पर परामर्श जारी किया जाए। सोनिया ने पीएम को पत्र लिखकर यह आग्रह भी किया कि रास्ते में फंसे लोगों को उनके घरों तक जाने के लिए राज्य परिवहन की सेवा मुहैया कराई जाए और जिला कलेक्टर को उनकी मदद का उत्तरदायित्व दिया जाए।
ऐसे लोगों से राष्ट्रीय स्तर पर परामर्श जारी किया जाए
उन्होंने कहा कि लाखों मजदूर सैकड़ों किमी दूर अपने घरों को पैदल जाने को मजबूर हैं क्योंकि देश क सार्वजनिक परिवहन सेवा बंद है। बहुत सारे लोग अपने घरों एवं होटलों में हैं और उनके पास पैसे नहीं हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मेरा आग्रह है कि रास्ते में फंसे लोगों की मदद के लिए राष्ट्रीय स्तर पर परामर्श जारी किया जाए।
प्रियंका ने वीडियो पोस्ट कर मदद की अपील की
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर सरकार से मदद की अपील की। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि दिल्ली के बॉर्डर पर त्रासद स्थिति पैदा हो चुकी है। हजारों की संख्या में लोग पैदल ही घरों की तरफ निकल पड़े हैं। कोई साधन नहीं, भोजन नहीं। प्रियंका ने कहा है कि कोरोना का आतंक, बेरोजगारी और भूख का भय इनके पैरों को घर, गांव की ओर धकेल रहा है।
मजदूरों की सरकार करे सहायता
उन्होंने विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए हवाई जहाज भेजे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि हर किसी की तमन्ना होती है कि संकट के समय वह अपने परिवार के साथ रहे। यह मजदूर भी दिल्ली में रहकर ईमानदारी से मेहनत-मजदूरी करते हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इस संकट की घड़ी में यह भी अपने घर जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांगेस ने इनकी मदद के लिए हाईवे टास्क फोर्स बनाई है। हम इनकी मदद कर रहे हैं, लेकिन बगैर सरकार की सहायता के ये अपने घर नहीं पहुंच सकते।