इस्लामाबाद: नोबुल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई (Malala Yusufzai ) को गोली मारने वाला आतंकी पाक ( Pakistan) सेना की जेल से फरार हो गया है. एहसानुल्ला एहसान नाम का यह आरोपी पेशावर स्कूल हमले (Peshawar school attack 2014) में भी शामिल था. बता दें 2014 में हए पेशावर स्कूल हमले में 132 बच्चे मारे गए थे.
एहसानुल्लाह एहसान का एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इसमें एहसान कह रहा है कि वह पाकिस्तान सिक्योरिटी एजेंसियों की कैद से 11 जनवरी को भाग निकला है. एहसान ने दावा किया कि उसके सरेंडर के समय पाक सेना ने जो वादा किया था वह नहीं निभाया.
एहसानुल्लाह ने कहा कि पाक सेना के साथ हुए एक समझौते के तहत उसने 5 फरवरी 2017 को सरेंडर किया था. उसने कहा, मैंने समझौते का तीन साल तक पालन किया लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने समझौते का उल्लंघन करते हुए मेरे बच्चों के साथ मुझे कैद कर दिया जिसके बाद में सुरक्षा एजेंसियों के चुंगल से फरार होने का फैसला किया.
एहसान ने कहा, अल्लाह की मदद से मैं 11 जनवरी को कैद से भागने में कामयाब रहा. हालांकि एहसान ने यह नहीं बताया कि फिलहाल वह कहां से बोल रहा है लेकिन उसने कहा कि अपनी कैद को लेकर वह जल्द की एक विस्तृत बयान जारी करेगा.
गौरतलब है कि पाकिस्तान की स्वात घाटी में मलाला युसुफजई को 2012 में लड़कियों के लिए शिक्षा अभियान से जुड़ने की वजह से गोली मार दी गई थी.