रायपुर : छत्तीसगढ़ के आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा बस्तर में चिंतन शिविर का आयोजन करेगी। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा कि चिंतन शिविर बस्तर में तय हो गया है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, सह प्रभारी नितिन नवीन मौजूद रहेंगे। चिंतन शिविर में शार्ट टर्म और लांग टर्म स्ट्रेटजी पर चर्चा होगी। राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ खुलकर विभिन्न् विषयों पर चर्चा करेंगे। प्रदेश में एक-दो सितंबर को चिंतन शिविर का आयोजन किया गया है।
मिशन 2023 की तैयारी में जुटी भाजपा की नजर आदिवासी वोट बैंक पर है। डा. रमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में छल, बल और प्रलोभन से लोगों का मतांतरण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के डेमोग्राफी में बदलाव लाने का षड्यंत्र चल रहा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कार्यसमिति में कहा कि आदिवासी वर्ग की 29 में से 27 सीट पर भाजपा विधायक चुने जाते थे। अगले चुनाव में यही स्थिति दोबारा लानी है। इसके लिए आदिवासी समाज के खिलाफ सरकार की नीतियों, सरकारी संरक्षण में चल रहे मतांतरण और अन्य मुद्दों को लेकर समाज के बीच जाने की जरूरत है। अनुसूचित जनजाति की महिलाओं और युवतियों के साथ अनाचार की घटनाएं बढ़ी है। इसको लेकर सरकार को घेरना है। कार्यसमिति में राजनीतिक प्रस्ताव पास किया गया। इसमें मतांतरण, वनाधिकार कानून और पेशा कानून को लागू नहीं करने को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा गया। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव ने भी मतांतरण और अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा।
कांग्रेस सरकार में आदिवासी समाज का सबसे ज्यादा नुकसान: कुलस्ते
केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि पिछले ढाई साल में देश में सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में जनजातीय समाज का नुकसान हुआ है। कांग्रेस ने सरकार में आने के लिए 36 वादे किए थे, लेकिन पूरे नहीं किए। प्रदेश में मतांतरण तेजी से बढ़ा रहा है। यह समय अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को जगाने का है।