जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल के खिलाफ 14.80 करोड़ गबन का केस दर्ज, पद का किया दुरुपयोग

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दुर्ग. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन के खिलाफ दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस ने आर्थिक गड़बड़ी का केस दर्ज किया है। कोतवाली टीआई राजेश बागड़े ने बताया कि बैंक सीईओ और असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने बेलचंदन के खिलाफ पद का दुरुपयोग करते हुए 14 करोड़ 80 लाख रुपए की हेराफेरी और धोखाधड़ी की शिकायत की थी। शिकायत की जांच की गई। जांच में यह सामने आया कि पूर्व अध्यक्ष ने पद में रहते हुए बैंक की बिल्ंिडग बनवाने के लिए खरीदी में अनियमितता की। इस तरह 13 करोड़ की हेराफेरी की। इसी तरह एक दूसरे मामले में किसान को लोन दिया था। उसका वन टाइम सेटलमेंट कर दिया। इसका शासन से अपू्रवल नहीं लिया। इसमें 1 करोड़ 75 लाख की धोखाधड़ी की। इस तरह दोनों में मामले में करीब 14 लाख 80 हजार की धोखाधड़ी की गई है।

कोर्ट पहुंचे बेलचंदन
बेलचंदन पिछले 4 बार के अध्यक्ष हैं। दुर्ग के कोतवाली में बेलचंदन व उनके तत्कालीन संचालक मंडल सदस्यों के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468, 471, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है। बेलचंदन ने कुल 14.89 करोड़ रुपए की बैंक को आर्थिक क्षति पहुंचाई है। मामला खुलने पर दुर्ग कलेक्टर के आदेश पर जांच कमेटी गठित की गई थी। टीम की रिपोर्ट के आधार पर यह एफआईआर की गई। पूर्व अध्यक्ष बेलचंदन ने इस पूरे मामले में राज्य सरकार पर प्रशासनिक तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने न्यायालय से स्टे के बाद भी कार्रवाई किए जाने की बात कही है।

पैसों की हेराफेरी की
कोतवाली पुलिस ने बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन एवं निर्वाचित संचालकों ने 8 अगस्त 2014 से 12 जून 2020 की अवधि में पंजीयक सहकारी संस्थाएं छत्तीसगढ़ से बिना अनुमति के 234 प्रकरणों में 13.50 करोड़ की अनुदान राशि की गड़बड़ी की। इस दौरान बैक की बिल्डिंग निर्माण की खरीदी के लिए पैसे की हेराफेरी की गई। इसी तरह दूसरे प्रकरण में 5 अगस्त 2016 से 12 जून 2019 के बीच किसानों को लोन दिया गया। लेकिन एकमुश्त समझौता योजना में 186 प्रकरणों में छूट प्रदान कर 1.75 करोड़ रुपए का गबन किया।