बिलासपुर. मरवाही विधानसभा सीट उपचुनाव (Marwahi Assembly by-election) को लेकर कांग्रेस भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करना शुरू कर दिया है। पंचायत सम्मेलन के बाद मरवाही विधानसभा के प्रभारी मंत्री जय सिंह अग्रवाल अब वन समिति के अलावा क्षेत्र अनेक सरकारी संस्थाओं की बैठक लेने वाले हैं।
वहीं भाजपा के पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल मरवाही का प्रभार मिलने के बाद कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने के लिए दो सितम्बर को बैठक लेगें। इसमें क्षेत्र के सभी कार्यकर्ताओं को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। वहीं ब्लाक अध्यक्षों और जनपद सदस्यों सहित सरपंचों को ग्राउंड लेवल पर जाकर क्षेत्र में चुनावी गतिविधयों की जुटाने का निर्देश दिया गया है।
मरवाही विधानसभा में कांग्रेस भाजपा के बीच चुनावी सरगर्मी बढ़ने लगी है। सत्ताधारी दल कांग्रेस के साथ अब भाजपा भी किलाबंदी शुरू कर दी है। क्षेत्र को लोगों को लुभाने और दावंपेच भी शुरु कर दिया गया है। कांग्रेस भाजपा की तुलना करें तो कांग्रेस की तैयारी काफी पहले से चल रही है। कांग्रेस की ओर से 30 अगस्त को पेन्ड्रा में पंचायत प्रतिनिधियों का सम्मेलन आयोजित किया गया था। क्षेत्र के 170 ग्राम पंचायत के पंच सरपंचों को बुलाया गया था भीड़ ने कार्यक्रम को सफल कर दिया।
इसके बाद प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल अब सरकारी संगठनों पर डोरे डालने की तैयारी में है। मरवाही विधानसभा क्षेत्र तेंदूपत्ता समिति वन प्रबंधन समिति से लेकर अनेक सरकारी संस्थानों की बारी बारी बैठक लेने के बाद इनका भी एक सभा आयोजित करने वाले हैं। इसमें तेंदूपत्ता का बोनस के अलावा अन्य समिति की मांग पर अनुसंशा किया जाएगा। कांग्रेस अब तक के क्षेत्र में एक तरफा तैयारी कर चल रहे थे। अब भाजपा भी चुनावी तैयारियों में लग गई है।
भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को मरवाही उप चुनाव का प्रभारी बनाया गया है। 2 सितम्बर को वे क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बड़ी बैठक लेने वाले जिसके लिए सभी ब्लाक अध्यक्षों और संगठन के नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा नगर पंचायतों के पार्षद और ग्राम पंचायतों के सरपंचों की जानकारी मांगी है।
अमर अग्रवाल संगठन के सामने केंद्र सरकार की योजनाओं छग सरकार के विफलताओं की जानकारी देने के साथ साथ मरवाही उप चुनाव को कैसे जीतना है इसके लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया जाएगा। मरवाही का प्रभार मिलने के बाद पहली बार अमर अग्रवाल बैठक लेगें। इस लिहाज से सबसे ज्यादा फोकस कार्यकर्ताओं को एक जूट होकर कार्य करने का निर्देश दिया जाएगा।