Coronavirus in Raipur : लदंन से लौटे तो हुई दोस्ती, मालूम न था दोनों हैं कोरोना पॉजिटिव

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रायपुर। Coronavirus in Raipur लंदन से लौटे दो अंजान युवक की दोस्ती तब परवान चढ़ी, जब कोरोना से पॉजिटिव होकर एक ही अस्पताल और वार्ड में पहुंचे। हौसले के साथ कोरोना को मात देकर लौटे देवेंद्र नगर के 21 वर्षीय दक्ष नथानी ने बताया कि लंदन में स्थिति को देखते हुए पढ़ाई बीच में ही छोड़कर 18 मार्च को रायपुर लौटा। फ्लाइट में कोरबा के रहने वाले 21 वर्षीय युवक से बातों ही बातों में दोस्ती हो गई।

रायपुर पहुंचते ही स्क्रीनिंग के बाद दोनों अलग हो गए। नंबर तो एक-दूसरे का नहीं ले पाए थे, लेकिन बातें और यादें साथ थीं। इस बीच सैंपल टेस्ट के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई और 27 मार्च को एम्स में भर्ती होना पड़ा। महसूस हुआ कि यह बीमारी अछूत तो नहीं, डर के बजाय सामना कर जीतेंगे। चिकित्सकों का तो साथ था, लेकिन अकेलापन बर्दाश्त नहीं हो रहा था।

मालूम न था कि अस्पताल में कोई हमदर्द भी मिल जाएगा, जिसकी हिम्मत बीमारी को दूर कर देगा। दो दिन बाद जैसे ही एक लड़का मेरे वार्ड में आया, मेरे चेहरे पर मुस्कान लौट गई। ये वही लड़का था, जिससे कम समय में दोस्ती हुई। एक साथ रहना, खाना और इलाज… पता ही नहीं चला कब ठीक हो कर घर पहुंच गया। वो भी ठीक है, जल्द ही लौट जाएगा।

अछूत नहीं बीमारी, लोग समझें

दक्ष का कहना है कि बीमारी अछूत नहीं है, लोगों को समझने और जागरूक होने की जरूरत है। यह वायरस हमारे समाज से ही आ रहा है। ऐसे में हम एक-दूसरे का साथ न दे पाएं तो हताश होकर मानसिक तनाव ही शायद लोगों की जान न ले ले। हमने समझा है, आप भी समझें। प्रशासन और चिकित्सकों का साथ दें, उनका सम्मान करें।

11 दिन बाद ठीक होकर घर लौटी बेटी

आकांक्षा (24) ने बताया कि लंदन से 17 मार्च को आने के बाद एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के बाद होम आइसोलेशन पर थी। सैंपल की जांच में कोरोना पॉजिटिव आया, थोड़ी परेशान हुई। मुझे पता था, मैं पूरी तरह ठीक हूं। 25 मार्च को भर्ती होने के बाद एम्स की टीम और प्रशासन ने भी पूरा सपोर्ट किया।

मुझे बस लोगों से इतना कहना है कि डरें नहीं, बीमारी को समझें और प्रशासन को सपोर्ट करें। डीडी नगर की भूमिका (25) भी पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पर हैं। उन्होंने भी चिकित्सकों के काम को सराहा और कहा कि लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।