रायपुर : प्रदेश के गोठान अब गोबर से बनने वाली बिजली से जगमग होंगे। गांधी जयंती के मौके पर शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बेमेतरा के राखी, दुर्ग के सिकोला और रायपुर के बनचरौदा गोठान में गोबर से बिजली उत्पादन परियोजना का शुभारंभ करेंगे। तीनों यूनिटों से करीब 460 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा। इसका उपयोग गोठानों में स्थापित रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में प्रकाश व विभिन्न प्रकार के उत्पादों को तैयार करने के लिए लगी मशीनों में किया जाएगा।
अफसरों ने बताया कि एक यूनिट से 85 क्यूबिक घन मीटर गैस बनेगी। चूंकि एक क्यूबिक घन मीटर से 1.8 किलोवाट बिजली का उत्पादन होता है। इससे एक यूनिट में 153 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा। बिजली उत्पादन के बाद शेष पानी का उपयोग बाड़ी और चारागाह में सिंचाई के लिए होगा व बाकी अवशेष से जैविक खाद तैयार होगी। इससे गोठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को दोहरा लाभ होगा।
बता दें कि राज्य के लगभग छह हजार गांवों में गोठानों का निर्माण कराकर उन्हें रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया गया है, यहां गोधन न्याय योजना के तहत दो रुपये किलो में गोबर की खरीदी कर बड़े पैमाने पर जैविक खाद का उत्पादन व अन्य आयमूलक गतिविधियां समूह की महिलाएं संचालित कर रही हैं।