रायपुर : छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कामकाज पर कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जाने पर संघ ने करारा जवाब दिया है। संघ ने छत्तीसगढ़ प्रांत में जरूरतमंदों की मदद के साथ-साथ प्रवासी मजदूरों के लिए किए जा रहे सेवा कार्यो का सिलसिलेवार ब्योरा पेश किया।
संघ के छत्तीसगढ़ प्रांत के सहमीडिया प्रभारी जगदीश पटेल ने कहा कि संघ अपने काम के प्रचार पर ज्यादा जोर नहीं देता है। संघ की कोशिश है कि कोरोना संकट में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मदद पहुंचे। संघ का हर गली-मोहल्ले में नेटवर्क है। संघ को आम आदमी और उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी के लिए किसी प्रकार के सर्वे की जरूरत नहीं होती है। कोरोना संकट में प्रदेश में संघ ने 15 मई तक एक लाख 96 हजार लोगों तक मदद पहुंचाई है। यह लोग गरीब बस्तियों से लेकर आदिवासी क्षेत्रों के रहने वाले थे। 65,808 परिवारों को राशन बांटा गया और भोजन भी पहुंचाया।
पशुओं के चारा और रक्तदान की भी है व्यवस्था
पटेल ने बताया कि संघ की ओर से हरी सब्जी के वितरण के साथ मास्क, होम्योपैथी दवा, पशुओं के लिए चारा और रक्तदान की व्यवस्था की जा रही है। शहरी क्षेत्र में कई सामाजिक संगठन सक्रिय हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को ज्यादा मदद की दरकार है। संघ के स्वयंसेवकों ने अब तक 24,404 गांवों में सेवा कार्य किया है। इसमें सफाई से लेकर अन्य जागरूकता अभियान शामिल हैं। पड़ोसी राज्यों के लोगों की मदद के लिए भी स्वयंसेवक आगे आ रहे हैं। ओडिशा, झारखंड और मध्य प्रदेश की सीमाओं पर श्रमिकों को भोजन-पानी की व्यवस्था के साथ-साथ गर्म काढ़ा पिलाया जा रहा है। अब तक 325 परिवार को गर्म काढ़ा पिलाया गया, वहीं 325 परिवार को काढ़ा पैकेट बांटा भी गया।
120 सेवारत कर्मचारियों का सम्मान
संघ की ओर से मेडिकल, सफाई और अन्य क्षेत्र में सेवारत 120 कर्मचारियों का सम्मान भी किया गया। 121 परिवार में बारिश के दिनों में दिक्कतों से बचने के लिए प्लास्टिक का वितरण किया गया। 77 हजार से ज्यादा लोगों को मास्क, 16 हजार से ज्यादा लोगों को सैनिटाइजर बांटा गया है।