रायपुर।Raipur Municipal Corporation: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में महापौर का चुनाव गहमागहमी के बीच हो रहा है। कांग्रेस से एजाज ढेबर ने नामांकन दाखिल किया है। वहीं भाजपा से चार लोगों ने नामांकन दाखिल किया है। इन चार में से मृत्युंजय दुबे को भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
सभापति पद के लिए निवृत्तमान महापौर प्रमोद दुबे को उम्मीदवार बनाया है। वहीं एजाज ढेबर को महापौर प्रत्याशी घोषित किया गया। कांग्रेस को इस पद की घोषणा के लिए भारी मंथन करना पड़ा।ढेबर दूसरी बार पार्षद चुने गए हैं पहले से ही उनका नाम तय माना जा रहा था। आखिरकार पार्टी ने उनके नाम पर अंतिम मुहर लगा दी ।
रायपुर नगर निगम की कुल 70 सीटों में से कांग्रेस के पास 34,बीजेपी 29 अन्य 7 सीट निर्दलीय जीते हैं। सभी निर्दलीय पार्षदों द्वारा कांग्रेस को समर्थन देने से यह तय माना जा रहा है कि रायपुर महापौर कांग्रेस का ही बनेगा । इधर, भाजपा ने चार उम्मीदवारों के नामांकन दाखिले के बाद मृत्यंुजय दुबे को महापौर उम्मीदवार घोषित किया है।
नामांकन दाखिले के साथ ही गहमागहमी का माहौल है। कांग्रेस से जहंा एजाज ढेबर ने नामांकन दाखिल किया है। वहीं भाजपा से चार लोगों ने नामांकन जमा किया है। इनमें सूर्यकांत राठौर, मृत्युंजय दुबे, मीनल चौबे और प्रमोद कुमार साहू शामिल हैं।
इधर, भाजपा नेताबृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत के नेतृत्व में भाजपाई निर्वाचन आयोग कार्यालय में धरने पर बैठ गए हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि रायपुर नगर निगम में महापौर और सभापति का चुनाव अवैधानिक ढंग से कराया जा रहा है।
नगर पालिका अधिनियम में कलेक्टर को निर्वाचन का विहित प्राधिकारी का अधिकार प्राप्त है। जबकि, नगर निगम में महापौर सभापति चुनाव के लिए सूचना जारी की गई है, उसमें निगम कमिश्नर के हस्ताक्षर हैं। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने चुनाव का निरस्त करने की मांग करते हुए कहा कि आयोग यदि उनकी बात नहीं सुनेगी तो हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता रूढ़ दल निर्वाचन की निष्पक्षता को प्रभावित कर रही है। सरकार प्रशासनिक अमले का दुरूपयोग कर रही है।