पैराशूट नेताओं को पद देने पर कांग्रेस में विरोध, दूसरे दल से आए लोगों को हटाएंगे पद से

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रायपुर । छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे से पहले कांग्रेस की अंदरुनी कलह सामने आ गई है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद दूसरी पार्टियों से आए नेताओं को पद देने पर राजीव भवन में बवाल हो गया। कांग्रेस के जिलाध्यक्षों और ब्लाक अध्यक्षों ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के सामने नाराजगी जताई।

छत्‍तीसगढ़ में डिजिटल सदस्यता अभियान की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और भाजपा से आए नेताओं को मोर्चा-प्रकोष्ठ में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा रही है। इससे जमीनी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। डिजिटल सदस्यता अभियान के दौरान गांव में जब पदाधिकारी पहुंच रहे हैं तो स्थानीय कार्यकर्ता इसका विरोध कर रहे हैं।
पदाधिकारियों ने कहा कि 15 सालों के संघर्ष में वे लोग दिन-रात लगे रहे। सत्ता मिलते ही दूसरे दलों से आए लोग संगठन में पदाधिकारी बना दिए गए। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि दूसरे दलों से आए लोगों का संगठन में पूरा सम्मान है, लेकिन उनको पदाधिकारी नहीं बनाया जाना है। जिला और ब्लाक कांग्रेस समितियों के गठन में इसका ध्यान रखा गया है।

अगर लोग मोर्चा-प्रकोष्ठों में इस तरह पदाधिकारी बन गए हैं, तो उन्हें पदमुक्त किया जाए। उन्होंने ऐसे लोगों को चिन्हित कर जानकारी देने को भी कहा है। मरकाम के समझाने के बाद बैठक का माहौल शांत हुआ। दरअसल, कांग्रेस ने 15 फरवरी तक प्रदेश में दस लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसे लेकर प्रदेश प्रभारी सचिव चंदन यादव समीक्षा कर रहे थे।