रायपुर : विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की अध्यक्षता में सोमवार को विधानसभा के समिति कक्ष में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे सहित समिति के सदस्यगण बैठक में उपस्थित थे। जैसा कि पहले से उम्मीद थी कि सोमवार से शुरू हो रहे सत्र में हंगाम होगा, हुआ भी।
कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह पर हुए हमले और मंत्री टीएस सिंहदेव पर लगाए गए आरोप को लेकर सोमवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ। प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा के सदस्यों ने इस मामले की सदन की कमेटी से जांच कराने की मांग की। भाजपा सदस्यों ने कहा कि यह राज्य के इतिहास की सबसे शर्मनाक घटना है। इस मामले में एक मंत्री पर आरोप है इसलिए पूरी सरकार आरोपित है। ऐसे में सदन की कार्यवाही आगे बढ़ने से पहले इस मामले में आसंदी (अध्यक्ष) की व्यवस्था आनी चाहिए।
इस दौरान अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने संसदीय कार्यमंत्री को सरकार का पक्ष रखने के लिए आमंत्रित किया, लेकिन विपक्ष ने उन्हें बोलने नहीं दिया। भाजपा विधयकों ने कहा कि यदि सुनना ही है, तो पहले बृहस्पति सिंह, टीएस सिंहदेव और फिर उन 18 विधयकों को सुना जाए, जो कल बृहस्पति सिंह के साथ प्रेस कांफ्रेंस में शामिल थे।