वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह का हुआ समापन, वनों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता: मो. अकबर

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रायपुर । वन विभाग द्वारा वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह का शुक्रवार को समापन किया गया। इस दौरान नंदनवन जंगल सफारी नवा रायपुर के विभिन्न कार्यक्रमों में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। वन मंत्री मो. अकबर ने राजधानी के शंकर नगर स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित समापन कार्यक्रम में वन्य प्राणी भालू तथा तेंदुआ के मानक प्रचालन प्रक्रिया नामक दो पुस्तिका का विमोचन किया। साथ ही बारनवापारा अभयारण्य के सोशल मीडिया अकाउंट का भी शुभारंभ किया।

वन मंत्री अकबर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ वन एवं वन्यप्राणियों से समृद्ध राज्य है। प्रदेश के कुछ क्षेत्रफल के 44 प्रतिशत से अधिक हिस्से वनों से आच्छादित हैं, यहां विभिन्न प्रकार के वन्य प्राणी विचरण करते हैं। ये हम सबके लिए महत्वपूर्ण धरोहर हैं। हमारी सरकार ने इसकी महत्ता को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में वन तथा वन्यप्राणी दोनों की सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा है। उन्होंने बताया कि प्रकृति के संतुलन के लिए मानव के साथ-साथ वन तथा वन्यप्राणियों का सह अस्तित्व जरूरी है।

राज्य में वर्तमान में संरक्षित वन क्षेत्र के अंतर्गत 3 राष्ट्रीय उद्यान, 11 अभयारण्य, तीन टाइगर रिजर्व, एक हाथी रिजर्व और एक बायोस्फीयर रिजर्व के माध्यम से वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संवर्धन के विविध कार्य किए जा रहे हैं। इसके अलावा राज्य में लेमरू हाथी रिजर्व की स्थापना की प्रक्रिया काफी आगे बढ़ गई है। साथ ही राज्य में एक और टाइगर रिजर्व की स्थापना के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है।

कार्यक्रम को प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) पीवी नरसिंग राव ने भी संबोधित किया। उनके द्वारा बताया गया कि राज्य में वन तथा वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए विभाग द्वारा लगातार कार्य किए जा रहे हैं। कार्यक्रम मे आभार प्रदर्शन मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) राजेश पांडेय ने किया। इस अवसर पर सचिव वन प्रेमकुमार तथा संचालक सह वन मंडलाधिकारी जंगल सफारी एम. मर्सिबेला आदि उपस्थित थे।

इस अवसर पर पचेड़ा, खंडवा, उपरवारा, भेलवाडीह आदि के प्रतिभागी स्कूली बच्चों खेमन, मेघा साहू, कु. डाली यादव, साहिल धु्रव, यामिनी साहू, मानसी यदु, अंजू सिन्हा, स्नेहा यदु, विद्या साहू, कल्पना वर्मा, चंद्रकांत साहू, भगवती सोनवानी, मोना वर्मा, विनिता सिन्हा, राजकुमारी यादव, गीतांजलि सिन्हा, लक्ष्मी जोशी, रूपाली, हिना बारले, गुलशन साहू, नीतिश हरवंश, सत्या ध्रुव, चंद्रकांत साहू तथा धनंजय पटेल को पुरस्कृत किया गया।