भाजपा सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को बंद करने पर जनता में भारी रोष
भाजपा कार्यकर्ताओं ने जनता के साथ मिलकर आरम्भ किया हस्ताक्षर अभियान
NEWS Himachal
नाहन 03 फरवरी, 2023
भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा नाहन विधानसभा क्षेत्र में डा. राजीव बिन्दल के अथक प्रयासों से जनहित में खोले गए अनेकों संस्थानों को कांग्रेस सरकार द्वारा बंद करने के विरोध में गत दिन धौलाकुंआ रामपुर भारापुर, परदूनी व सैनवाला मुबारिकपुर और कालाआम में भाजपा कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्र की जनता ने भारी रोष जाहिर करते हुए भाजपा के हस्ताक्षर अभियान में भाग लिया। भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार और स्थानीय कांग्रेस विधायक द्वारा बंद किए गए इन संस्थानों में पीएचसी, सीएचसी, स्कूल, आईटीआई, वैटनरी डिस्पेंसरी, उप-तहसील, पटवार सर्कल आदि शामिल हैं। यह संस्थान नाहन विधान सभा क्षेत्र की जनता को सुविधाएं दिलाने के लिए खोले गए और जिनका बडी मात्रा में लाभ स्थानीय जनता को मिल रहा है। किन्तु कांग्रेस सरकार ने लोगों को जनसुविधाओं ने महरूम कर दिया। भाजपा सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को कांग्रेस सरकार द्वारा बंद करने पर भारी संख्या में भाजपा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के लोगों ने हस्ताक्षर अभियान में भाग लिया। काला आम में बडी संख्या में लोगों ने इन संस्थानों को बंद करने का विरोध किया और हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की।भाजपा सरकार में खोले गए संस्थानों में से 13 संस्थान कांग्रेस की नई सरकार व कांग्रेस के विधायक ने बंद करवा दिये, जिसका बडा नुक्सान इलाके की जनता को झेलना पड रहा है। इन संस्थानों में तीन प्राइमरी हैल्थ सब सैन्टर- पंजाहल, त्रिलोकपुर और सैनवाला मुबारिकपुर, एक सी.एच.सी. (सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र)- रामपुर भारापुर, एक उप-तहसील- काला-आम, पांच पटवार सर्कल-पालियों, नागल-सकेती, जोहडों, विक्रमबाग-देवनी, आम्बवाला-सैनवाला व तीन वैटनरी डिस्पेंसरी-क्यारी, नलका-सम्भालका और देवका पुडला शामिल हैं। इस मौका पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिन्दल, जिला अध्यक्ष विनय गुप्ता, मण्डल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर, मण्डल उपाध्यक्ष मलकीयत सिंह, बिजेश गोयल, सुशील शर्मा, श्रीमती पुष्पा चौधरी, मण्डल महामंत्री, रतन चौधरी, तपेन्द्र शर्मा, मनीश चैहान, पूर्व मण्डल अध्यक्ष कुलदीप ठाकुर, जिला परिषद सदस्य श्रीमती पुष्पा देवी व भाजपा के अनेक पदाधिकारी, पंचायतो के प्रधान, उप-प्रधान, बीडीसी. सदस्य, वार्ड सदस्य एवं पूर्व प्रधान आदि जन प्रतिनिधियों ने विरोध दर्ज कराते हुए हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की।