डीएवी स्कूल नाहन में मनाई गई महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वी जयंती

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डीएवी स्कूल नाहन में मनाई गई

       महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वी जयंती

  1.       भाषण, वाद-विवाद, नाटक और सांस्कृतिक प्रतियोगिता आयोजित

NEWS Himachal

नाहन 13 फरवरी, 2023

डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नाहन में सोमवार को महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वी. जयंती धूमधाम से मनाई गई। स्कूल के प्रधानाचार्य नरेश कटोच ने जानकारी देते हुए बताया कि डीएवी संस्थान महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती मनाने के लिए पूरे साल विशेष कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इस अवसर पर नाहन में 12 फरवरी को स्कूल भवन को भव्य रोशनी से सजाया गया था। स्कूल प्राचार्य नरेश कटोच ने बताया कि डीएवी संस्थानों में पूरे वर्ष महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वी. जयंती के उपलक्ष पर भाषण, वाद-विवाद, नाटक और सांस्कृतिक प्रतियोगिता आयोजित किये, साथ ही छात्रों और समाज के बीच महर्षि दयानंद सरस्वती के योगदान का प्रचार किया । उन्होंने बताया कि  संपूर्ण डीएवी संस्थान और समूचा भारत 12 फरवरी 2024 तक एक वर्ष के लिए महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती मनाएंगे। महर्षि दयानंद सरस्वती आर्य समाज आंदोलन के संस्थापक थे। महर्षि एक निडर समाज सुधारक थे, जो वेदों में प्रतिपादित “एक ईश्वर” दर्शन में विश्वास करते थे। उन्होंने मूल शुद्ध वैदिक दर्शन को दस सिद्धांतों में संघनित किया, जो आर्य समाज की नींव बनाते हैं। महर्षि दयानंद सरस्वती ने जाति व्यवस्था की निंदा की और पुरुषों और महिलाओं के लिए समान अधिकारों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने शिक्षा प्रणाली में पूरी तरह से बदलाव की शुरुआत की । आधुनिक भारत के  निर्माण  में महर्षि दयानंद सरस्वती , महत्वपूर्ण दूरदर्शियों में से एक हैं। महर्षि दयानंद सरस्वती के सपने को साकार करने के लिए डीएवी (दयानंद एंग्लो वैदिक) स्कूल 1886 में अस्तित्व में आए। जिसके चलते शिक्षा के क्षेत्र में आज देश भर में डीएवी स्कूल अपनी विशेष पहचान रखते हैं।