नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा की खूबसूरत अदाकारा प्रियंका चोपड़ा अपने अभिनय का दम बॉलीवुड में ही नहीं बल्कि हॉलीवुड सिनेमा में भी दिखा चुकी हैं। इन दिनों वह अपनी किताब ‘अनफिनिश्ड’ को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। इस किताब में प्रियंका चोपड़ा ने अपनी निजी जिंदगी के अलावा अपने फिल्मी करियर के उतार-चढ़ाव के बारे में विस्तार से लिखा है। अभिनेत्री ने अपनी किताब ‘अनफिनिश्ड’ में उस घटना का भी जिक्र किया है जब उन्हें वहां के एक स्कूल में नस्लवादी उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा था।
प्रियंका चोपड़ा ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि उन्हें अमेरिका के एक हाई स्कूल में नस्लवादी उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा था। उन्होंने किताब में लिखा है, ‘हाई स्कूल में जो बच्चे मेरे पीछे पड़े थे, उन्हें कुछ समझ ही नहीं आता था। ऐसा लगता था कि जैसे उन्होंने तय कर लिया था कि वह किसी और से ज्यादा शक्तिशाली हैं। जब आप किसी को पकड़ते हैं तो आप खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं।’
अभिनेत्री ने आगे लिखा, ‘बदमाशी बच्चों और वयस्कों के लिए होती है। यह होता है ताकत मिलने पर, और हम सभी ने यह सब होते कई अलग-अलग तरह से देखा है। मुझे इस चीज ने बहुत चोट पहुंचाई है। मेरे आत्मविश्वास को चोट पहुंचाई है। उस चीज को चोट पहुंचाई है जो मैं करना चाहती थी। मुझे लगा था कि मैं एक्सपोज हो रही हूं, क्योंकि मेरी स्किन रॉ (कच्ची) है।’
प्रियंका चोपड़ा के इस बयान की काफी चर्चा हो रही हैं। वहीं इसके अलावा उन्होंने हाल ही में कहा था कि भारत में उन्हें फेयरनेस (गोरपन) क्रीम और उससे जुड़े उत्पादों का विज्ञापन करने का पछतावा है। अंग्रेजी वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार हाल ही में प्रियंका चोपड़ा ने अपनी आने वाली किताब ‘अनफिनिश्ड’ को लेकर मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर से अपनी जिंदगी के बारे में कई किस्से साझा किए। प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि भारत में स्किन व्हाइटनिंग क्रीम का विज्ञापन करने के लिए उन्हें लोगों के काफी विरोध का भी सामना करना पड़ा था।
अभिनेत्री ने कहा, ‘साउथ एशिया में स्किन लाइटनिंग का समर्थन करना आम बात है। इंडस्ट्री इतनी बड़ी है कि हर कोई कर रहा है। बल्कि, आज भी इसे ठीक माना जाता है, जब एक महिला कलाकार इसे करती है, लेकिन यह गलत बात है। मेरे लिए भी यह करना गलत था। एक छोटी बच्ची जो चेहरे पर टैल्कम पाउडर लगाती थी, क्योंकि मैं विश्वास करती थी कि डार्क स्किन होना अच्छी बात नहीं है।’
हालांकि हॉलीवुड में कदम रखने के बाद प्रियंका चोपड़ा ने फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करना बंद कर दिया था। उन्होंने कहा है कि भारत में ऐसे उत्पादों का विज्ञापन करना साधारण बात है। अभिनेत्री ने साल 2015 में खुद को इस तरह के उत्पादों से दूर रखने का फैसला लिया था।