मध्‍य प्रदेश में अगले हफ्ते मंत्रिमंडल विस्‍तार संभव, संघ नेताओं और राज्यपाल से मिले शिवराज

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भोपाल। MP Cabinet Expansion मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बुधवार दोपहर को राज्यपाल लाल जी टंडन से हुई मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें फिर तेज हो गई हैं। राजभवन जाने के पहले मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के भोपाल मुख्यालय समिधा पहुंचकर संघ के नेताओं विचार विमर्श भी किया। मुख्यमंत्री की अचानक हुई इन मुलाकातों को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुख्यमंत्री ने संकेत दिए हैं कि 17 मई के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।

‘समिधा’ में संघ पदाधिकारियों के साथ हुई मुख्यमंत्री की इस मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वह सुबह 11:30 बजे संघ कार्यालय पहुंचे जहां वह करीब आधे घंटे तक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा करते रहे। इसके बाद वह राजभवन पहुंचे, जहां राज्यपाल टंडन के साथ करीब 50 मिनट तक उनकी मुलाकात चली। मुख्यमंत्री की इन मुलाकातों को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि टीम शिवराज में अभी केवल पांच मंत्री ही हैं। प्रदेश में सत्ता पलट के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने 23 मार्च को शपथ ग्रहण की थी। 29 दिन तक अकेले काम करने के बाद 21 अप्रैल को उनकी टीम में पांच मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। अब मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तेज हो गई है। अधिकृत जानकारी में बताया गया है कि राज्यपाल से मुलाकात में मुख्यमंत्री शिवराज ने जीवन शक्ति योजना के तहत महिलाओं द्वारा निर्मित सूती मास्क का पैकेट भेंट किया।

मध्‍य प्रदेश के 51 जिलों की महिलाएं सूती मास्क तैयार कर रही हैं। राज्यपाल टंडन को मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की शहरी महिलाओं को कोरोना प्रकोप काल में घर बैठे रोजगार उपलब्ध कराना है। योजना को व्यापक समर्थन मिला है, शुभारंभ के पहले घंटे में ही 463 महिलाओं ने योजना में पंजीयन करा लिया। चौहान ने बताया कि अभी तक लगभग 6 लाख 20 हजार मास्क बनकर प्राप्त हो चुके हैं। कुल 3148 महिलाओं के खाते में 66 लाख रपये की राशि भेजी जा चुकी है। अब तक दो लाख मास्क विक्रय भी किए जा चुके हैं।

उल्‍लेखनीय है कि शिवराज सिंह चौहान के चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले राज्य में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। इस वजह से कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी और विधानसभा में शक्ति परीक्षण से पहले कमलनाथ को पद से इस्‍तीफा देना पड़ा था। इस सियासी उथल-पुथल के बाद बागी विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे और शिवराज सिंह चौहान ने एकबार फ‍िर बतौर मुख्‍यमंत्री राज्‍य की कमान संभाली थी। इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि शिवराज के नए कैबिनेट विस्‍तार में 22 नए मंत्री शपथ ले सकते हैं।

इस बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के नेताओं ने भी लामबंदी शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो लगभग आधा दर्जन दिग्गज नेता राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए प्रयासरत हैं। सूत्र बताते हैं कि इन नेताओं में मौजूदा पदाधिकारी प्रभात झा, कैलाश विजयवर्गीय, उमा भारती के अलावा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, राकेश सिंह, रंजना बघेल, लालसिंह आर्य आदि शामिल हैं। इससे पहले भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की टीम में मध्‍य प्रदेश से पांच केंद्रीय पदाधिकारी थे।