बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को देंगे 50 किलो गेहूं, मकान की व्यवस्था भी करेंगे

0
618

भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अति वृष्टि और बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक परिवार को 50 किलो गेहूं तत्काल प्रदान किया जाए। बिजली व्यवस्था और मोबाइल नेटवर्क को सुधारने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। जिन परिवारों के घर ढह गए हैं उनके लिए छत की व्यवस्था करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

मुख्यमंत्री गुरुवार को ग्वालियर-चंबल संभाग के प्रभारी मंत्री, स्थानीय मंत्री, कमिश्नर एवं कलेक्टरों के साथ राहत के संबंध में निवास से वीडियो कांफ्रेंस द्वारा चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से हरसंभव सहयोग प्राप्त हो रहा है। राहत शिविरों में भोजन, पीने के पानी, पर्याप्त दवाओं, बीमार व्यक्तियों के परीक्षण और उपचार की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित करें कि राहत शिविरों में बीमारी नहीं फैले।

समीक्षा बैठक में ग्वालियर से ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, भिंड से सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, मुरैना से उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह और शिवपुरी से खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया ने भी वीडियो कांफ्रेंस में भाग लिया।

बैठक में बताया गया कि एनडीआरएफ की तीन-तीन टीमें शिवपुरी, मुरैना और भिंड में जुटी हैं। वायु सेना के पांच हेलीकॉप्टर भी कार्यरत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्योपुर में बहुत अधिक तबाही हुई है। जिला प्रशासन हर दो घंटे में सूखी खाद्य सामग्री भेजना सुनिश्चित करे। ग्वालियर से भोजन के पैकेट हजार पैकेट श्योपुर भेजे जा रहे हैं। चिकित्सा व बिजली व्यवस्था के लिए प्रभारी मंत्री समन्वय करें।

अफवाह फैलाने वालों पर एफआइआर करें दर्ज

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि क्षेत्र में बांध टूटने की अफवाहों से लोगों में भय और भगदड़ का माहौल बनता है। अफवाहों पर नियंत्रण करने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं। अफवाह फैलाने वालों पर एफआइआर दर्ज की जाए। वीडियो कांफ्रेंस में श्योपुर कलेक्टर ने बताया कि प्रारंभिक आकलन के अनुसार 89 ग्राम के लगभग 19 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक पांच जनहानि की सूचना है।

दतिया कलेक्टर ने अवगत कराया कि 36 गांवों के 12 हजार परिवार प्रभावित हुए हैं। जिले में आठ राहत शिविर संचालित हैं। कुल 1165 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। ग्वालियर में 46 गांव प्रभावित हुए हैं और सात शिविरों में 1500 लोग मौजूद हैं। गुना में 27 और मुरैना में 15 शिविर लगाए गए हैं।