सिंधिया के उड्डयन मंत्री बनने से प्रबल हुई आस, नई उड़ान कराएंगी औद्योगिक विकास..

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ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल अंचल के बानमोर व मालनुप समेत कई औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया ने कराई थी। अब जबकि माधवराव सिंधिया के पुत्र ज्योतिरादित्य भी उन्हीं की तरह केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बन गए हैं। ऐसे में अंचल में उद्योग-व्यापार को बढ़ावा मिलने की उम्मीदें जोर पकड़ने लगी हैं। मध्यप्रदेश चैंबर आफ कामर्स समेत विभिन्न व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों का कहना है कि ग्वालियर की एयर कनेक्टिवीट कम होने के कारण बड़े उद्यमी अंचल का रुख नहीं करते हैं। यदि अंचल के लिए विभिन्न शहरों में हवाई सेवाएं बढ़ जाएं, तो बड़े उद्यमी अपने व्यस्त समय में से कुछ समय निकालकर ग्वालियर आसानी से आ पाया करेंगे। ऐसा करने से अंचल में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। खास बात यह है कि ग्वालियर में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना कराने के लिए विशाल लैंड बैंक उपलब्ध है। जहां बड़ी-बड़ी इकाइयां स्थापित की जा सकती है। सीतापुर में पारले एग्रो इंडस्ट्री की जमीन बुक होने के बाद भी 2 साल से प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सका है। गौरतलब है कि बानमोर व मालनपुर में जेके डायर, माडलेज (कैडवरी), सूर्या, गोदरेज समेत तमाम बड़ी औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं। मगर ज्यादातर बड़ी इकाइयों के मालिक भी विजट करने नहीं आते। क्योंकि एयर कनेक्टिविटी कमजोर होने के कारण उन्हें ग्वालियर आने के लिए काफी समय निकालना पड़ता है। ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया के उड्डयन मंत्री बन जाने से अंचल के उद्यमी-व्यापारी की आशाएं बढ़ गई हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया पूर्व में खुद भी ग्वालियर में एयर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने तत्कालीन उड्डयन मंत्री को पत्र भी लिखा था।

वर्तमान में ग्वालियर में एयरफोर्स का एयरपोर्ट है, जिसके कारण सामान्य उड़ाने मुश्किल हो पाती है। सिविल एयरपोर्ट बनाने की ग्वालियर में बड़ी जरूरत है। मल्टीनेश्नल कंपनियां अभी ग्वालियर नहीं आ रही हैं, न डिपो लगाती हैं। कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, पूणे, मेंगलोर आदि के लिए अनियमित फ्लाइट रहती हैं। जबकि इंदौर जयपुर, सूरत, अहमदाबाद आदि के लिए भी नियमित फ्लाइट शुरू होना चाहिए। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट होेने से अंचल का चौमुखी विकास होगा। केवल उम्मीद नहीं पू्र्ण भरोसा है कि ग्वालियर सिंधिया के उड्डयन मंत्री बनने से ग्वालियर में एयर कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

-डा.प्रवीण अग्रवाल, मानसेवी सचिव, चैंबर

औद्योगिक विकास के लिए एयरकनेक्टविटी बढ़ाना जरूरी है। ग्वालियर में कोई कांफ्रेंस कराना होती है, मीटिंग आदि होती है तो उद्यमी पूछते हैं आपके यहां फ्लाइट हैं कि नहीं। एयर कनेक्टिवीटी बढ़ने से अंचल में नई औद्योगिक इकाइयों के शुरू होने की संभावनाएं बढ़ेंगी। जिससे युवाओं को नए रोजगार का अवसर मिल सकेगा।

ग्वालियर-चंबल अंचल में प्रगति की काफी संभावनाएं हैं। मगर फिलहाल औद्योगिक विस्तार रुका हुआ है। कारण यह है कि एयरकनेक्टिविटी कमजोर होने के कारण कंपनी के मालिक तक ग्वालियर आ नहीं पाते हैं। बड़े उद्यमी चाहते हैं कि वे सुबह आएं और अपने काम करके शाम को चले जाएं, जो संभव नहीं हो पाता। मेरे साथ ही अंचल के सभी उद्यमी सिंधिया को लेकर आशावादी हैं। उनके उड्डयन मंत्री बनने का लाभ अंचल को मिलेगा, क्योंकि वे विकास के लिए कार्य करते हैं।

-संजय बिंदल, वाइस प्रेसिडेंड, जेके टायर