जीतू पटवारी ने किया राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध, सदन में कमल नाथ ने जताई असहमति

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भोपाल। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सोमवार को राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण का बहिष्कार कर दिया। इसको लेकर उन्होंने ट्वीट किया। राज्यपाल का अभी भाषण समाप्त होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने राज्यपाल का अभिभाषण समाप्त होने के बाद सदन में इस विषय को उठाया। उन्होंने कहा कि यह राज्यपाल का विरोध है या फिर संवैधानिक व्यवस्था का। आखिर उन्हें राज्यपाल के अभिभाषण का पता कैसे चला। यह तो गोपनीय होता है या फिर उन्होंने बिना पढ़े ही इसका विरोध कर दिया। दोनों स्थिति में प्रतिपक्ष को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

इसका जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने कहा कि मैं इस बात से सहमत हूं कि विधानसभा की परंपरा को बनाए रखना चाहिए। हम सब इसके भागीदार हैं। मुझे एक घंटे पहले ही उस ट्वीट के बारे में जानकारी मिली। यह हमारी पार्टी का फैसला नहीं था। मैं इससे सहमत नहीं हूं और न ही आगे रहूंगा। यह मर्यादा के विपरीत है।

इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ का आभार जताते हुए कहा कि जितनी सहजता से उन्होंने इसे स्वीकार किया और अपना विरोध जताया, वह सराहनीय है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि मेरा मानना है कि संसदीय परंपरा खंडित नहीं होना चाहिए। यह देखना चाहिए कि अभिभाषण का विरोध कौन से अंश का किया गया या फिर बिना पढ़े ही कर दिया, यह चिंता का विषय है।

13 बैठकें होंगी, विधायकों ने लगाए 4,518 प्रश्न

25 मार्च तक चलने वाले बजट सत्र में कुल 13 बैठकें होंगी। नौ मार्च को सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट प्रस्तुत किया जाएगा। सत्र के लिए विधायकों ने चार हजार 518 प्रश्न लगाए हैं।

कोरोना संबंधी जांच की व्यवस्था डिस्प्रेंसरी में रखी गई

कोरोना के नियंत्रण में होने और शासन द्वारा सभी प्रतिबंधों को समाप्त करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि दर्शक दीर्घाएं खोली गईं पर अभी प्रवेश सीमित ही रहेगा। कोरोना संबंधी जांच की व्यवस्था डिस्प्रेंसरी में रखी गई है। सभी प्रवेश द्वार पर तापमान लेने और सैनिटाइजर की व्यवस्था रखी गई। शारीरिक दूरी का पालन भी कराया गया।