भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। कोरोना महामारी में हो रहे इस उपचुनाव में मतदान केंद्र पर लोगों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के इंतजाम किए गए हैं। 63 लाख मतदाता 355 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इन उपचुनावों में शिवराज सिंह चौहान सरकार के 14 मंत्रियों के भाग्य का भी फैसला होगा। चुनाव नतीजों से तय होगा कि भाजपा सरकार में बरकरार रहेगी या कांग्रेस फिर सत्ता में वापसी करेगी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के लोग जानते हैं कि शिवराज सिंह चौहान ने पिछले 6 महीनों में सिर्फ झूठ बोला है और राज्य के विकास के लिए कुछ नहीं किया है।
लोकतंत्र को करें मजबूत
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोगों से मतदान की अपील की। उन्होंने कहा, ‘आज मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर होने जा रहे हैं उपचुनावों के लिए मैं सभी मतदाताओं से अपील करता हूं कि मध्य प्रदेश के विकास, प्रगति और उन्नति के लिए अधिक से अधिक संख्या में मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत करें।
गाइडलाइंस का पालन करें: शिवराज
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मित्रों, निर्णय की घड़ी आ गई है! मैं 28 सीटों के सभी मतदाताओं से अपील करता हूं कि सभी गाइडलाइंस का पालन करते हुए अधिक से अधिक संख्या में वोट दें। मतदान लोकतंत्र की आत्मा है, मतदान से ही लोकतंत्र मजबूत होता है। सभी मतदाताओं से निवेदन करता हूं कि निष्पक्षता और निडरता के साथ मतदान करें और अपनी अपेक्षाएं पूरी करने वाली सरकार चुनें!
लोकतंत्र बचाने की अपील
ऑफिस ऑफ कमलनाथ की तरफ से ट्वीट किया गया, ‘प्रिय साथियों, आपसे आग्रह है कि घरों से निकलिये और लोकतंत्र बचाने के लिये मतदान करिये। आपका एक वोट मध्यप्रदेश के सम्मान और स्वाभिमान की नई गाथा लिखेगा। लोकतंत्र अमर रहे।
पीएम ने की मतदान की अपील
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘आज, पूरे देश में विभिन्न स्थानों पर उपचुनाव हो रहे हैं। मैं इन सीटों पर मतदान करने वालों से बड़ी संख्या में मतदान करने और लोकतंत्र के त्योहार को मजबूत करने का आग्रह करता हूं।’
भाजपा के साथ सिंधिया
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रमुख चेहरा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भाजपा के साथ हैं। कमलनाथ से नाराज 22 समर्थक विधायकों के साथ सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए, जिसके बाद भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बनाई। अब उपचुनाव के नतीजे तय करेंगे कि प्रदेश की बागडोर किसके हाथ में रहेगी। यह पहला अवसर है कि प्रदेश में इतनी अधिक सीटों पर एक साथ उपचुनाव हो रहे हैं।