नई दिल्ली: इस सप्ताह बुधवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच टेस्ट सीरीजी का आगाज हो रहा है. टीम इंडिया ने इस बार रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को ओपनर की जिम्मेदारी दी है. हर तरफ रोहित की ही चर्चा हो रही है. रोहित पहली बार टेस्ट टीम इंडिया के लिए ओपनिंग करेंगे. लेकिन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) का ध्यान वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में अपनी बढ़त को मजबूत करने पर है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने विराट ने सीरीज में 0-2 से पिछड़ने के बाद आखिरी टेस्ट में जीत हासिल कर सभी का दिल जीता था. इस सरीज से टीम को कई सबक भी मिले थे.
विराट गए थे दक्षिण अफ्रीका
पिछले साल यानि 2018 की शुरुआत में ही में विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था जहां टीम को सबसे पहले तीन टेस्ट की सीरीज खेलनी थी. सीरीज से पहले विराट के सामने चुनौती थी कि वे यह साबित करें कि टीम इंडिया विदेशी पिचों पर भारतीय बल्लेबाजी को बेहतर साबित करने का जिम्मा था. इस सीरीज में विराट कोहली ने अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी से सभी का दिल जीता था.
गेंदबाजों की रही थी वह सीरीज
उस सीरीज में उम्मीद के मुताबिक टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों से कड़ी टक्कर मिली थी लेकिन टीम इंडिया के बॉलर्स ने भी हालातों का बखूबी फायदा उठाया था. दोनों टीमों में अंतर केवल बल्लेबाजी का रहा जहां मेजबान टीम की बल्लेबाजी बेहतर रही थी. पहले दो टेस्ट में मेजबानी टीम जीतने में कामयाब रही लेकिन तीसरे टेस्ट में टीम अपनी हार नहीं बचा सकी थी.
सीरीज में विराट थे भारत के सबसे बड़े स्कोरर
तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज में विराट कोहली ने एक शतक और एक हाफ सेंचुरी लगाई थी. सीरीज में विराट कोहली ने 47.66 के औसत और 60.21 के स्ट्राइक रेट से 286 रन बनाए थे. उनका सर्वाच्च स्कोर 153 रन दूसरे टेस्ट में बनाया था. सीरीज में से छह में से तीन पारियों में विराट भारत के सबसे बड़े स्कोरर रहे थे. जबकि एक बार दूसरे सबसे बड़े स्कोरर थे.
पहले टेस्ट में टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने किया था निराश
पहले टेस्ट में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रिका को पहली पारी में 286 रन पर समेट दिया था. इसके जवाब में टीम इंडिया 209 रन पर आउट हो गई थी. दूसरी पारी में मेजबान टीम 130 रन पर आउट हुई तो टीम इंडिया के केवल 135 रन पर सिमटने से मैच मेजबानों के हक में चला गया. लेकिन इससे दक्षिण अफ्रीका के खेमे में हलचल जरूर मच गई कि टीम इंडिया को हलके में नहीं लिया जा सकता.
दूसरे टेस्ट में चमके विराट पर जीत नहीं दिला सके
दूसरे टेस्ट में पहले दक्षिण अफ्रीका ने 335 रन बनाए तो विराट के 153 रन के दम पर टीम इंडिया ने 307 रन बना डाले. दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका ने 258 रन बनाए और टीम इंडिया को 287 का टारगेट मिला. इस बार टीम इंडिया 151 रन पर आउट हो गई और उसे 135 रन से हार का सामना करना पड़ा. इस मैच में सबसे बड़ा अंतर विराट कोहली ही रहे. कहा जाता है कि अगर विराट इस मैच में 5 रन पर आउट न होते तो मैच टीम इंडिया के पक्ष में जा सकता था.
तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया रही हावी
तीसरे टेस्ट में भी गेंदबाज हावी रहे लेकिन इस बार टीम इंडिया ने बाजी मारी पहली पारी में 187 पर आउट होने के बाद टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका को 194 रन पर समेटने में कामयाब रही. दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 247 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका को 241 रन का टारगेट दिया था. यहां मेजबान टीम कमजोर साबित हुई और केवल 177 रन पर सिमट गई जिससे टीम इंडिया को 63 रन की जीत नसीब हुई. इस सीरीज से विराट ने कम से कम इतना तो साबित कर ही दिया था कि टीम इंडिया दुनिया में हर टीम को उसके घर में ही कड़ी चुनौती देने में सक्षम है.
भारत में अलग हैं हालात
अब भारत में हालात तो अलग ही होंगे क्योंकि यहां विशाखापट्टनम, पुणे और रांची में तेज पिचें नहीं होंगी. स्पिनर्स की भूमिका अहम होगी तो बल्लेबाजों के धैर्य और अनुशासन का इम्तिहान होगा. देखना दिलचस्प होगा कि विराट इस बार दक्षिण अफ्रीका के लिए कितनी मुश्किलें खड़ी कर पाते हैं.
भारतीय टीम: विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उप कप्तान), हनुमा विहारी, ऋषभ पंत, ऋद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, शुभमन गिल.