नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज केमार रोच ने बताया है कि गेंद पर लार लगाने पर लगे प्रतिबंध के बावजूद गेंद को कैसे चमकाया जा सकता है। केमार रोच ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट बोर्ड यानी आइसीसी और सभी क्रिकेट बोर्डों को सुझाव दिया है कि गेंद को चमकाने के लिए मोम का इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि लार लगाने से संक्रमण का खतरा फैलता है।
गेंद को चमकाने के लिए मोम के अलावा केमार रोच ने एक और सुझाव दिया है कि टेस्ट क्रिकेट में हर 50-55 ओवर के बाद नई गेंद उपयोग में ली जाने चाहिए, जिससे कि गेंद में चमक बनी रहेगी। इस तरह के सुझाव पहले भी आ चुके हैं, जिनका समर्थन उन्होंने किया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से चर्चा के वक्त यह दोनों सुझाव रखे थे।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी की क्रिकेट कमेटी ने लार पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी। इस सिफारिश को आइसीसी ने अंतरिम तौर पर स्वीकार कर लिया है और हाल ही में गेंद पर लार लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि, खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए पसीने का प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन कुछ खिलाड़ियों कम पसीना आता है।
उधर, केमार रोच ने कहा है, “गेंदबाजों को एक मौका मिलना चाहिए। यह भी ध्यान देने की जरूरत है कि खेल बल्लेबाजों की ओर ना मुड़ जाए। मैं अपने पूरे क्रिकेट करियर में गेंद पर लार लगाता आया हूं। मुझे लगता है कि मोम का इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं 50 ओवर बाद नई गेंद लेने का सुझाव भी अच्छा है। फिलहाल तो लार पर प्रतिबंध लगने से चीजें बल्लेबाजों के पक्ष में हो गई है। क्रिकेट में संतुलन बनाने की जरूरत है।”