कश्मीर (Kashmir) में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. गृह मंत्रालय के ताजा आंकड़े भी यही बता रहे हैं कि कश्मीर में अब पत्थरबाजी कम हुई है. अस्पताल और मेडिकल सेंटर सामान्य तौर पर काम कर रहे हैं. छात्र अपनी परीक्षाएं दे रहे हैं लेकिन जो सुधर जाए वो पाकिस्तान (Pakistan) ही क्यों कहलाए. पाकिस्तान यूएन से लेकर हर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश तो कर रहा है लेकिन वो हर जगह नाकाम हो रहा है. अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से फोन पर बात करके कश्मीर के हालात को लेकर दुष्प्रचार करने की कोशिश की है लेकिन ट्रंप ने उनकी बात को तवज्जो ही नहीं दी.
उधर, पाकिस्तान ने UN के मंच पर एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश की है. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने सुरक्षा परिषद की बैठक में कश्मीर का दुखड़ा रोया तो भारत ने जबरदस्त पलटवार किया. संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि के नागराज नायडू ने कहा हम पाकिस्तान के बयान को खारिज करते हैं. जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. इस मसले पर दोनों देश बातचीत करने का समझौता पूर्व में कर चुके हैं. ऐसे में इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की कोई तुक नहीं है.
आपने पाकिस्तान की बैचेनी एक ट्रेलर UN के मंच पर जाना. अब इस्लामाबाद में कैसी बौखलाहट है, ये भी जानें. मोदी सरकार ने पिछले महीने सियाचिन को पर्यटकों के लिए खोलने का ऐलान किया. सियाचिन बेस कैंप से लेकर कुमार पोस्ट तक पूरे इलाके को पर्यटकों के लिए खोलने का फैसला हो चुका है. इसी ऐलान से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता खिसियाए हुए हैं. पाकिस्तान समझ ले कि अब PoK यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लिए भी भारत अभियान शुरू कर चुका है