इस्लामाबाद। पाकिस्तान की इमरान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पासपोर्ट का नवीनीकरण करने से इन्कार करते हुए उनसे देश लौटने को कहा है। पिछले 16 महीनों से शरीफ लंदन में रहकर इलाज करा रहे हैं। उन्हें चिकित्सकीय आधार पर विदेश यात्रा की अनुमति दी गई थी। नवाज शरीफ के पासपोर्ट की अवधि 16 फरवरी को खत्म हो गई है। 15 फरवरी को उन्होंने पाकिस्तानी उच्चायोग को पत्र लिखकर नया राजनयिक पासपोर्ट जारी करने का अनुरोध किया था।
इस मुद्दे पर उच्चायोग ने सलाह के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क करने के साथ ही पत्र को गृह मंत्रालय को भेज दिया। मांगे जाने पर शरीफ ने अपनी बीमारी से जुड़े सभी दस्तावेज भी उपलब्ध कराए, लेकिन गृह मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय को निर्देश देते हुए कहा कि चूंकि पूर्व प्रधानमंत्री को इस्लामाबाद हाई कोर्ट और राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने फरार घोषित कर रखा है, इसलिए उनके पासपोर्ट का नवीनीकरण नहीं किया जा सकता है। गृह मंत्रालय ने उनसे अदालत में पेश होने के लिए देश लौटने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि विपक्षी नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज पर सरकारी एजेंसियों का शिकंजा भी कसने लगा है। मरयम के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस फिर खोल दिया गया है। मरयम को एनएबी यानी राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने 26 मार्च को हाजिर होने के निर्देश दिए हैं। एनएबी ने 47 वर्षीय मरयम नवाज पर चौधरी शुगर मिल्स में निवेश के मामले में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है।
मरयम इस मिल की बड़ी शेयर धारक हैं। सनद रहे कि बीते दिनों पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लंदन से वीडियो जारी कर कहा था कि उनकी बेटी मरयम नवाज को देश के बड़े सैन्य अधिकारियों द्वारा धमकी दी जा रहा है। नवाज ने चेतावनी दी थी कि यदि उनकी बेटी के साथ कुछ भी हुआ तो इसके जिम्मेदार प्रधानमंत्री इमरान खान होंगे। उनका कहना था कि सेना लगातार धमकी दे रही है।