इस्लामाबाद : पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल(FATF) की ओर से बड़ा झटका लग सकता है। एफएटीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, फरवरी 2020 के बाद भी पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में रखा जा सकता है। एफएटीएफ के अधिकारियों ने कहा है कि मुख्य रूप से अपनी जोखिम प्रोफ़ाइल और दो युगपत मूल्यांकन के मद्देनजर पाकिस्तान के खिलाफ यह कार्रवाई की जा सकती है।
अधिकारियों ने गुरुवार को एक संसदीय पैनल को यह जानकारी दी, जिसमें कहा गया है कि सरकार ने सूचना विनिमय व्यवस्था के तहत अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा रिपोर्ट की गई पाकिस्तान की 7.4 अरब डॉलर की विदेशी संपत्ति पर टैक्स के रूप में लगभग 35 मिलियन डॉलर ही वसूल किए हैं।
आर्थिक मामलों के विभाजन के लिए जिम्मेदार मंत्री हमदाद अजहर ने गुरुवार को वित्त और राजस्व पर राष्ट्रीय विधानसभा की स्थायी समिति की बैठक में बोलते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी जोखिम प्रोफ़ाइल के कारण कई अन्य देशों की तुलना में अधिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कुछ देशों को सिर्फ 80 प्रतिशत अनुपालन के बाद ग्रे सूची से हटा दिया गया था जबकि पाकिस्तान पर कार्रवाई योजना के साथ 100 प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए दबाव डाला जा रहा था।