न्यूयॉर्क । गुरु नानक जयंती के दिन भारत पूरी तरह से जगमग नजर आया। इस बार यह पर्व 12 नवंबर (कार्तिक पूर्णिमा) को मनाया गया। यह श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशपर्व था। इस दौरान भारत पाकिस्तान बंटवारे के 72 वर्ष बाद पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब को भी भारत की संगत के लिए खोल दिया गया। गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब वह स्थान है जहां गुरु नानक जी ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे। वर्ष 1539 में वह ज्योति जोत समा गए थे। श्री गुरु नानक देव जी ने दुनिया को ‘नाम जपो, किरत करो, वंड छको’ का संदेश देकर समाज में भाईचारक सांझ को मजबूत किया और एक नए युग की शुरुआत की।
भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशपर्व मनाया गया। इस दौरान एक वीडियो संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क से भी सामने आई, जिसमें कीर्तन और बाद में लंगर होता दिखा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने न्यू यॉर्क में गुरु नानकदेव जी की जयंती पर आयोजित समारोह में हिस्सा लिया।
मुख्य कार्यक्रम सुल्तानपुर लोधी में मुख्य कार्यक्रम गुरु श्री नानकदेव की तपोभूमि सुल्तानपुर लोधी में हो रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सुल्तानपुर लाेधी पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि गुरु श्री नानकदेव मानवता की धरोहर हैं और उनकी शिक्षाएं इंसानियत का उच्च मार्ग दिखाती हैं। इस अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सुल्तानुपर लोधी और डेरा बाबा नानक को हेरिटेज सिटी बनाया जाएगा। कार्यक्रम में मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा भी पहुंचे। इसके अलावा भी देश भर में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया।