अमेरिका के कोरोना वायरस को खत्म करने के प्रयासों पर चीन बन रहा है अड़चन: माइक पोम्पिओ का आरोप

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वॉशिंगटन। राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने आरोप लगाया है कि चीन ने अमेरिका के कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने और इसकी जड़ तक पहुंचने के प्रयास को रोका है। उन्होंने कहा कि अमेरिका कोरोना वायरस के सच को जानने के लिए विशेषज्ञों की टीम को कड़ी मेहनत और सच्चाई बाहर लाने के लिए जमीन पर उतारे हुए है, लेकिन चीन इसमें अड़चन बन रहा है, जिससे कोरोना वायरस के प्रकोप को रोका ना जा सके।

पोम्पिओ ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति और हमारे प्रशासन ने अमेरिकियों को चीन में भेजने का काम किया, जिससे कोरोना वायरस तक पहुंचने में हम भी WHO की मदद कर सके, लेकिन हमें रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि चीनी सरकार ऐसा नहीं होने देगी, वास्तव में वे जैसे दिखते हैं, वैसे है नहीं। उन्होंने अमेरिकी पत्रकारों को बाहर निकाल दिया और अमेरिकियों को आने नहीं दिया। यह स्पष्ट रूप से सबसे महत्वपूर्ण है। हम समझ रहे हैं कि वहां क्या चल रहा था।

अमेरिकी अधिकारी डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ दल के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे जिन्होंने चीन की यात्रा की। विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, ‘आगमन पर, प्रतिनिधिमंडल ने कई स्थानों पर समूहों में यात्रा की, लेकिन वुहान की यात्रा करने वालों में से अमेरिकी नहीं थे। उनको जाने नहीं दिया।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने वित्त वर्ष 2019 में WHO को USD400 मिलियन प्रदान किए, जिसमें राज्य विभाग, यूएसएआईडी और अन्य स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग सहित अमेरिकी सरकारी एजेंसियां शामिल हैं। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को अमेरिका से मिलने वाले फंडिंग पर रोक लगा दी थी। ट्रंप ने हाल में कहा था कि उन्होंने अपने प्रशासन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की फंडिंग को रोकने का निर्देश दिए। साथ उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के चीन में उभरने के बाद इसके प्रसार को छिपाने और गंभीर कुप्रबंधन में संगठन की भूमिका की समीक्षा की जा रही है। ट्रंप ने कहा कि था हम वैश्विक स्वास्थ्य को लेकर सीधे दूसरों के साथ काम करेंगे। हम जो भी सहायता भेजते हैं, उस पर कठोरता से चर्चा होगी।